बिलासपुर में जमे रहने के लिए मंत्री से विभाग ने की राजनीति केबिनेट मीटिंग के दिन की बनाई उद्घघाटन की रणनीति

दिलीप अग्रवाल की रिपोर्ट

बिलासपुर का वन विभाग अपने काले कारनामो के चलते हमेशा सुर्खियों में रहता है । अपनी गलती और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए वन विभाग के अधिकारियों ने वन मंत्री की भी धोखे में रखने से कोई गुरेज नही की सूत्र बताते है कि लूथरा गार्डन का उद्घाटन 1 दिसम्बर को होना था लेकिन अपनी गलती को छुपाने के लिए वन विभाग के डीएफओ और सीसीएफ ने मिलकर साजिश के तहत आनन फानन में 3 दिन पहले ही उद्घाटन करवा के वन मंत्री के साथ ही राजनीति कर दी और इसके लिए पूरी प्लानिंग के चलते वर्चुअल उद्घाटन में मुख्यमंत्री और वन मंत्री को वही दिखाया गया जो बिलासपुर वन मंडल के अधिकारी चाहते थे ।

चूंकि आज भूपेश सरकार की कैबिनेट मीटिंग चल रही थी और वन मंत्री इस मीटिंग के अहम हिस्सा है इसलिए साजिश के तहत 28 नवंबर के दिन फाइनल कर के पूरी साजिश को अंजाम दिया गया ।सीपत के लूथरा में एक वर्ष से कछुआ चाल की भांति गुणवत्तविहीन गार्डन का कार्य करने वाले वन विभाग के अफसर अधिकारियों को अचानक हप्ते भर में ही आनन फानन में वन विभाग के गार्डन उद्घाटन की चर्चा पूरे महकमे में है ।

जबकि हकीकत में आज भी जब गार्डन का उद्घाटन वर्चुअल तरीके से हो रहा था उस समय भी गार्डन के कई हिस्सों में काम चल रहा था । वह विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त में बताया कि 6 महीने से अधूरे गेट की सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए घटिया निर्माण कर रातोरात खड़ा कर दिया है । जबकि अभी भी क़व्वाली मैदान गेट सहित कार्य अधूरे पड़े हुए है । और घटिया निर्माण से यदि कोई अनहोनी हो जाये तो कोई आश्चर्य वाली बात नही होगी ।

मंत्री मो अकबर एक कद्दावर नेता है और माना जाता है कि वे गुणवत्ता से कोई समझौता नही कर सकते इसलिए पूरी साजिश के तहत 1 दिसम्बर की जगह 28 नवबंर को उद्घाटन करवाया गया । और यदि इस गेट की गुणवत्ता की सही जांच की जाए तो वन विभाग का पूरा काला चिठ्ठा उजागर हो जाएगा। दरअसल बिलासपुर वनमंडल ने कैम्पा मद से 37 जगहों पर पौधरोपण सिर्फ कागजो पर ही करवा दिया था ।कुछ महीनों पहले वन मंत्री द्वारा ली गई समीक्षा बैठक में बिलासपुर डीएफओ की पुअर मेनेजमेंट काफ़ी चर्चा में रहा । उसके बाद आनन फानन में डीएफओ निशांत के द्वारा किये गए पौधरोपण में से 50 फीसदी पौधें मर गए । वृक्षा रोपण में गड़बड़ी को लेकर उच्चाधिकारियों के दबाब में चुप्पी साधने वाले सीएफ कैम्पा की नाराजगी की खबर किसी तरह से वनमंत्री तक पहुच गई और तभी से कुछ दिनों में ही बिलासपुर वन विभाग के कुछ अधिकारियों की विदाई जल्द ही तय मानी जा रही है । और ऎसे में अपने ही मंत्री को खुश करने के लिए और मलाईदार बिलासपुर वन मंडल का सुख भोगने के लालच में अब ये ही अधिकारी मंत्री जी को भी मुंगेरी लाल के हसीन सपने दिखा कर अपनी कुर्सी बिलासपुर में ही जमाने की जुगत में जुटे हुए है । लेकिन बताया जा रहा है कि वनमंडल के खिलाफ मिल रही शिकायतों से मंत्री जी नाराज चल रहे है और जल्द ही वन मंडल में बड़े बदलाव की तैयारी शुरू हो चुकी है।

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