कबीर गुरुद्वारा समिति में महिलाओं के अपमान का आरोप लगा। कबीर गुरुद्वारा समिति में विवाद: महिलाओं के नेतृत्व पर उठे सवाल
बिलासपुर–सद्गुरु कबीर गुरुद्वारा समिति, झोपड़ापारा, बिलासपुर (पंजीयन क्रमांक 13552) की नवनिर्वाचित अध्यक्ष सरस्वती मानिकपुरी ने समिति के पूर्व पदाधिकारियों पर महिला अपमान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया है।बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहाकि 18 दिसंबर 2024 को निर्वाचन प्रक्रिया के तहत निर्विरोध अध्यक्ष चुने जाने के बावजूद, 22 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह में कुछ सदस्यों ने कार्यक्रम बाधित कर उत्तम दास को जबरन अध्यक्ष घोषित कर दिया।
सरस्वती मानिकपुरी ने आरोप लगाया कि देवधर महंत (रिटायर्ड तहसीलदार), फूलदास महंत (प्रोफेसर), नवीन सिंह (रेलवे अधिकारी), और अजय यादव (पार्षद) जैसे सदस्यों ने महिलाओं को नेतृत्व के अयोग्य बताते हुए उनका अपमान किया। समिति और समाज की महिलाओं ने इसे महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया।
पूर्व समिति पर कबीर पंथ के नियमों का उल्लंघन करने, शराब जैसी अनुचित गतिविधियों को बढ़ावा देने और मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ आयोजित करने के आरोप भी लगे हैं। 5 जनवरी 2025 को गुरुद्वारा स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर उत्तम दास द्वारा धमकी और हिंसा की आशंका व्यक्त की गई है।
निर्वाचन अधिकारी शीतल दास मानिकपुरी ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया को बाधित करने के लिए उन्हें भी धमकियां दी गईं। उन्होंने कहा कि पूर्व अध्यक्ष नारायण दास और उनके सहयोगियों द्वारा सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से दुष्प्रचार किया जा रहा है।
समिति के संरक्षक शीतल दास मानिकपुरी ने प्रेस वार्ता में इन घटनाओं की निंदा करते हुए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान और समाज की एकता को बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है।