मोदी जी भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना अधूरा ही रहेगा – विकास शर्मा सामाजिक कार्यकर्ता
भ्रष्टाचार एक बीमारी की तरह है। आज भारत देश में भ्रष्टाचार तेजी से बढ़ रहा है। इसकी जड़े तेजी से फैल रही है। यदि समय रहते इसे नहीं रोका गया तो यह पूरे देश को अपनी चपेट में ले लेगा। भ्रष्टाचार का प्रभाव अत्यंत व्यापक है।
जीवन का कोई भी क्षेत्र इसके प्रभाव से मुक्त नहीं है। यदि हम आज की बात करें तो ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं जो कि भ्रष्टाचार के बढ़ते प्रभाव को दर्शाते हैं। जैसे आईपील में खिलाड़ियों की स्पॉट फिक्सिंग, नौकरियों में अच्छी पोस्ट पाने की लालसा में कई लोग रिश्वत देने से भी नहीं चूकते हैं। आज भारत का हर तबका इस बीमारी से ग्रस्त है।सामाजिक कार्यकर्ता विकास शर्मा ने अपने क्षेत्र के व्यक्तियों को शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए हमेशा वचनबद्ध और उनके लिए खड़े है। लेकिन भ्रष्टाचार इतना बढ़ गया है जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते आज देश के नागरिकों को केवल भ्रष्टाचार के कारण शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता आज हमारे लोक सेवक अपने कर्तव्यों का पालन नहीं करते है। अगर आज हमारे लोक सेवक केवल 50% अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं तो भी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ योग्य व्यक्तियों को मिल सकता लेकिन आज भ्रष्टाचार में पूरे के पूरे अधिकारी संलिप्त है देश सभी जिले में चपरासी से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार में संलिप्त है।भ्रष्टाचार पर आज देश के भाग्यविधाता कहने वाले हमारे सांसद व आईएएस अधिकारी जो केंद्रीय मंत्रालय मे बैठे हैं उन्हें भी देश मे बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर किसी भी प्रकार से कोई जिम्मेदारी और अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहे हैं ।देश मे भ्रष्टाचार एक संक्रामक रोग की तरह है। समाज में विभिन्न स्तरों पर फैले भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कठोर दंड-व्यवस्था की जानी चाहिए। आज भ्रष्टाचार की स्थिति यह है कि व्यक्ति रिश्वत के मामले में पकड़ा जाता है और रिश्वत देकर ही छूट जाता है।जब तक इस अपराध के लिए कोई कड़ा दंड नही दिया जाएगा तब तक यह बीमारी दीमक की तरह पूरे देश को खा जाएगी। लोगों को स्वयं में ईमानदारी विकसित करना होगी। आने वाली पीढ़ी तक सुआचरण के फायदे पहुंचाने होंगे।