राजस्व मामलों का समय सीमा में निराकरण सुनिश्चित करें अधिकारी– डॉ. संजय अलंगसंभागायुक्त ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक

बिलासपुर – बिलासपुर संभाग के कमिश्नर डॉ. संजय अलंग ने आज कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा जनपद सभाकक्ष में बैठक लेकर राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जिले में राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गंभीरता दिखाते हुए समय पर कार्यवाही सुनिश्चित करें। शासन द्वारा प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। आम नागरिकों को भी शासन के मंशानुसार प्रक्रिया का पालन करते हुए उनके प्रकरणों पर समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस दौरान कलेक्टर संजीव कुमार झा, अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले, सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।

बैठक में कमिश्नर डॉ अलंग ने निर्देशित किया कि सभी एसडीएम अपने संबंधित तहसील क्षेत्र के प्रकरणों की समीक्षा समय-समय पर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राजस्व से संबंधित हर प्रकरण पंजीकृत होने चाहिए। कमिश्नर ने निर्देशित किया कि नक्शा अपडेशन की प्रगति की समीक्षा प्रतिदिन की जाए। राजस्व संबंधी प्रकरणों को दर्ज कर निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। संभागायुक्त डॉ अलंग ने सभी अधिकारियों को कार्यालयों में राजस्व प्रकरणों के दर्ज होने से निराकरण होने तक की पूरी प्रक्रिया में आने वाले व्यवाहारिक समस्याओं का चरणबद्ध तरीके से निराकरण हेतु विस्तार से जानकारी दी। साथ ही इस संबंध में अधिकारियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। उन्होंने कहा कि समय पर प्रकरणों के निराकरण होने से आमजनों को राहत मिलती है। इस हेतु सभी अधिकारी गंभीरता से कार्य करें।
संभागायुक्त अलंग ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरुप राजस्व प्रकरणों का निराकरण एवं किसानों की समस्याओं का निराकरण निश्चित समयावधि में करें। उन्होंने आदेश पारित होने के पश्चात् पारित आदेश की प्रति पोर्टल में अपलोड करने, रीडर के स्तर पर सूचना जारी करने, नोटिस समय पर भेजा जा रहा है या नहीं, नोटिस की तामीली हुई है या नहीं, पटवारी प्रतिवेदन उपलब्ध है या नहीं आदि के संबंध में राजस्व अधिकारियों को समीक्षा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने कहा कि कमिश्नर सर के द्वारा निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों से राजस्व अधिकारियों को कई नई जानकारियां मिली हैं। उनके द्वारा दिए गये निर्देशों के पालन से राजस्व अधिकारियों को लंबे समय तक अपनीसेवाकाल में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

Related Articles

Back to top button