पटवारियों का एक दिवसीय धरना
दिलीप अग्रवाल की कलम से
आज न्यायधानी बिलासपुर में राजस्व विभाग की अहम कड़ी कहलाने वाले पटवारी और भूमाफिया अलग अलग रंग में दिखाई दिए । गजब का दृश्य था नेहरू चौक में किसान से लेकर आम आदमी तक को को अपने कार्यालयों का चक्कर लगवा कर जायज मामलो को लम्बित करने वाले आज खुद अपनी लम्बित मांगो को पूरा करने के लिए धरना प्रदर्शन करते नजर आए ।वही दूसरी ओर राजस्व विभाग में चोली दामन का साथ कहलाने वाले भूमाफिया खुलेआम बिलासपुर के कलेक्ट्रेट भवन के ठीक सामने अपनी दुकान सजा कर जिला प्रशासन को मुंह चिढाते नजर आए । कुछ ही दूरी पर दो अलग अलग तस्वीरो की चर्चा भी शहर में खासी गर्म रही ।
कोर्ट के आदेश की खुलेआम धज्जिया उड़ा कर कई निजी सहायको को अपनी जेब से पगार देने और हजारो रु का किराया देकर आफिस चलाने वाले कई पटवारी भी फिक्स टी ए ,स्टेशनरी भत्ता,प्रभार भत्ते के साथ वेतन विसंगति को दुर करने सहित कई मांगो को लेकर प्रदर्शन किया ।
जमीनों की बटरबाँट सहित सरकारी ज़मीन में लूटखसोट मामलो में राजस्व विभाग में सबसे ज्यादा बदनाम होने वाले पटवारियों का कहना था कि उनकी यदि मांगे पूरी नही होती है तो उनका आंदोलन आगे भी जारी राह सकता है । वही सूत्रों के अनुसार इस धरने को लेकर चाय पानी नाश्ते का बंदोबस्त करने वाले भूमाफिया भी धरना प्रदर्शन के आसपास चापलूसी करते नजर आए । तो वही कलेक्ट्रट गेट के सामने भूमाफिया अपनी दुकान सजा के बैठे नजर आए ।
राजस्व विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक कि शिकायते लगातार सामने आती रहती है। कई मामलो में इनकी शिकायते एन्टी करप्शन ब्यूरो को पक्के दस्तावेजो के साथ मिल भी चुकी है और बंद पड़ चुकी फाइलो को रिओपन कर घण्टो पूछताछ भी हो चुकी है । लेकिन सरकारी जमीनों और रिकार्डो में हेराफेरी कर भूमाफ़ियाओ से सेटिंग कर करोडो रुपये की जमीनो की हेराफेरी करने वाले अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही अब तक एंटी करस्पन ब्यूरो से हो नही पाई है ।
राजस्व विभाग को अपनी जेब मे रखने का दावा करने वाले भूमाफियाओ के हौसले भी बुलन्द है । सरकारी नियमो का पालन किये बिना अवैध प्लाटिंग का कारोबार बिलासपुर में बेधड़क चल रहा है । तमाम शिकायतो के बाद भी कार्यवाही नही होने से ये भूमाफियाओ की जो दुकाने मोपका उसलापुर घुरु सकरी सरकण्डा और रायपुर के मुख्य मार्गो में सजती थी उन्ही भूमाफ़ियाओ की दुकाने अब जिलाधीश के द्वार पर भी सज चुकी है ।
विडम्बना यह है कि मुख्य मार्गो में मंत्री से संतरी को ठेंगा दिखाती ये दुकाने राजस्व विभाग के बडे अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारियों को नजर नही आ रही है । सब हकीकत से रूबरू होने के बाद भी जिस तरह पैसो के लालच में डूबे कुछ अधिकारी जिस प्रकार कुंभकर्णी नींद में सोए हुए है उनके कारण राजस्व विभाग के दामन पर दाग लगाना लाजमी है ।और सबसे ज्यादा दाग का दंश झेलने वाले पटवारी आज धरना प्रदर्शन के जरिये अपने दामन में लगे दाग को साफ करते नजर आए । वही कुछ पटवारी खुशी से दबी जुबान कहते नजर आये दाग अच्छे है ।