आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले सूदखोर कांग्रेसी पार्षद समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भोपाल में छुप कर बैठे थे आरोपी

बिलासपुर–पैसे को सूद में देकर, कई गुना पैसा वसूलने के बावजूद भी पैसे के चलते आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले कांग्रेसी पार्षद समेत तीन आरोपियों को सकरी पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है।

सकरी थाना अंतर्गत आसमा सिटी में रहने वाले ऋषभ निगम ने अपने ही घर में सल्फास का सेवन कर जान दे दिया था।लेकिन मरने से पहले मृतक ने एक सुसाइड नोट छोड़ा था जिसके अनुसार मृतक ने कांग्रेसी पार्षद अमित भारतीय समेत तीन लोगों से 15 लाख रुपए उधार लिए थे इसके एवज में ब्याज के तौर पर प्रति सप्ताह 1 लाख 90 हजार की वसूली से मृतक बहुत अधिक परेशान हो गया था लेकिन आरोपियों द्वारा बार-बार ऋषभ को प्रताड़ित किया जा रहा था।

जिसके बाद ऋषभ निगम ने आत्मघाती कदम उठाते हुए आत्महत्या कर ली थी मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया था, जैसे ही आरोपियों को मामले की जानकारी मिली वे तीनों शहर से फरार हो गए थे जिनके फिराक में पुलिस लगातार खोजबीन कर रही थी, इस दौरान पुलिस को तकनीकी साक्ष्य प्राप्त हुए और पुलिस ने टीम बनाकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के राजा कमलापति रेलवे स्टेशन के सामने से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से ब्याज के रकम के बदले खरीदे गए दो नग एसी, आईफोन, एप्पल वॉच एक नग मोबाइल फोन और एक स्विफ्ट कार जप्त किया है।

दुर्घटना होने के बाद ही जागती है पुलिस

बिलासपुर में बड़ी तादात में सूदखोरी का धंधा जमकर चल रहा है।लेकिन इस ओर पुलिस का ध्यान बिल्कुल नहीं जाता है।जब तक कोई बड़ी दुर्घटना ना हो जाए इसे लेकर पुलिस गंभीर नजर नहीं आ रही है। लगातार सूदखोरों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है ना तो इसे लेकर कोई आदेश जारी किया जा रहा है और ना ही कोई चेतावनी ऐसे में ऋषभ निगम की तरह शहर के और भी लोग सूदखोरों के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं। लेकिन कानूनी शिथिलता की वजह से मजबूर नजर आते हैं।इससे पहले भी कई घटनाएं बिलासपुर में देखने को मिली है जहां सूदखोरों से परेशान होकर लोग आवेदन देने पहुंचते हैं।

Related Articles

Back to top button