पुलिस का इनामी और फरार कांग्रेस नेता तैय्यब हुसैन गिरफ्तार……आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में की गई कार्रवाई…..
बिलासपुर- लंबे समय से फरार कांग्रेस नेता तैय्यब हुसैन को बिलासपुर पुलिस ने पकड़ने में सफलता पाई है।जहां आरोपी कांग्रेस नेता को गिरफ्तार कर लिया गया।पुलिस के द्वारा कांग्रेस नेता तैय्यब हुसैन के ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में कार्रवाई की गई।बताया जा रहा की कांग्रेस नेता लंबे समय से फरारी काट रहा था।कांग्रेस नेता के द्वारा मामले में जमानत के लिए अग्रिम याचिका लगाई थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।शहर के अलग अलग थाना जिसमे सरकंडा, सिविल लाइन और सकरी थानों में मामला दर्ज है।आपको बताते चले की जमीन को जबरदस्ती बेचने मृतक सिद्धान्त नागवंशी पर बनाया जा रहा था दबाव तंग आकर युवक ने की थी खुदखुशी।परिजनों ने मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए थाने में कराया था मामला दर्ज।
क्या है पूरा मामला
बिलासपुर में विवादित जमीन खरीदी बिक्री मामले में भूमाफिया कांग्रेसी नेता व अन्य लोगो की मानसिक प्रताड़ना से त्रस्त आकर कुम्हारपारा निवासी युवक ने आत्महत्या कर लिया था। पुलिस ने हाईकोर्ट की फटकार के बाद आखिर कार तथाकथित कांग्रेसी नेता अकबर खान, तैय्यब हुसैन दीपेश चौकसे व अन्य के खिलाफ आत्म हत्या के उकसाने की धारा के तहत अपराध दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों की माने तो तीन लोगो को आरोपी बनाया गया है, जांच पर अन्य की संलिप्ता पाए जाने पर अपराध तय किया जाएगा।पुलिस के अनुसार 11 जनवरी 2022 को कुम्हारपारा निवासी सिद्धांत पिता विरेन्द्र नागवंशी (25) ने गीतांजली सिटी उसलापुर में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली थी। सिद्धांत आत्म हत्या मामले में पिता विरेन्द्र व माता अरूणा नागवंशी ने कांग्रेसी नेता अकबर खान, जमीन मालिक मीनाक्षी बंजारी, शिबू उर्फ फैजान खान व अन्य पर सिद्धांत को आत्म हत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। 22 महिनों तक थानो व पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट कर थक चुकी माता अरूणा व पिता विरेन्द्र नागवंशी ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगा दोषियों को सजा दिलाने की गुहार लगाई थी। 13 दिसम्बर को सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल को अपराध दर्ज करने के निर्देश देते हुए पूछा था कि सिद्धांत सिर्फ कर्मचारी था उसके नाम पर जमीन की खरीदी बिक्री क्यो हो रही थी, मृतक के पास अगर इतने रुपए थे तो वह अकबर खान के साथ कर्मचारी बन कर क्यो काम कर रहा था। उस दौरान पुलिस मामले में स्पष्ट जवाब नहीं दे पाई थी। सकरी पुलिस ने सोमवार को विरेन्द्र नागवंशी व अरूणा नागवंशी थाने बुलाया और बयान दर्ज करने के बाद अकबर खान निवासी देवनंदन फेस 1, मिनाक्षी बंजारी निवासी तिफरा व शिबू उर्फ फैजान खान के खिलाफ आत्म हत्या के उकसाने की धारा 306 व 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
पिता ने पूछा तीन ही क्यो दो और को भी बनाना था आरोपी
सकरी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में पिता विरेन्द्र नागवंशी व मां अरूणा नागवंशी ने सवाल उठाए है। पीड़ितो का कहना है कि सिद्धांत उर्फ सिद्धू की आत्महत्या में तथाकथित कांग्रेसी नेता अकबर खान, पार्टनर दीपेश चौकसे, तैय्यब हुसैन, जमीन मालिक होने का दावा करने वाली मिनाक्षी बंजारी व सिद्धांत के साथ घूमने वाले वसीम के साथ शिबू उर्फ फैजान खान के बराबर की भूमिका थी। पुलिस ने पार्टनर दीपेश चौकसे व तैय्यब हुसैन का नाम क्यो शामिल नहीं किया जब्कि न्यायालय भी इन नामो को शामिल करने का निर्देश दिया था। एफआईआर करने में भी पुलिस को संदेहास्पद बताते हुए सवाल खड़े किए है।
कौन है सिद्धांत नागवंशी
कुम्हारपारा निवासी सिद्धांत नागवंशी सीवी रमन विश्वविद्यालय का छात्र था। पारिवारिक आर्थिक स्थिति को देखते हुए तथाकथित कांग्रेसी नेता के पास नौकरी मांगने गए थे। रेलवे स्टेशन में सफाई कार्य में अकबर खान से सिद्धांत को रखा था। अच्छी पढाई व काम को देख उसे अपने जमीन खरीदी बिक्री का काम करने के नियुक्त किया था। परिजन के अनुसार अकबर खान व दीपेश चौकसे के कहने पर सिद्धांत नागवंशी व पंकज रेड्डी के बीच जैबक चाल स्थित विवादित जमीन का सौदा मिनाक्षी बंजारे ने अपनी जमीन बता कर करवाया था। सिद्धांत ने मिनाक्षी बंजारे को रुपए दिए थे। बाद में जमीन का विवाद न सुलझने पर अकबर खान, दीपेश चौकसे व अन्य ने सिद्धांत को मिनाक्षी से दिए हुए रुपए वापस लेने का दबाव बना रहे थे। मिनाक्षी ने रुपए लौटाने से इंकार कर दिया था। इस परेशानी में सिद्धांत ने आत्म कर ली।