पोड़ी उपरोड़ा एकता परिषद के द्वारा जल जंगल जमीन को लेकर लोगों में जन जागरूकता का कार्य
रितेश गुप्ता की रिपोर्ट
कोरबा-जन संगठन एकता परिषद के द्वारा छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में वन अधिकार कानून को लेकर विगत कई वर्षों से लोगों के बीच जाकर उनके हक अधिकार की बात वनांचल क्षेत्र में रहने वाले मूल निवासियों को बताया जा रहा हैं। इसी तारतम्य में आज विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत जलके के आश्रित ग्राम तेंदू टिकरा में 5 गांव के विशेष जनजाति एवं अन्य परंपरागत वन निवासीयों के साथ मिलकर वनाधिकार दावा शिविर का आयोजन किया गया इस शिविर कार्यक्रम में जलके ,तनेरा बर्रा ,अमलीबहरा , केंदई ,घाघरा व तेंदुटिकरा मे जंगल में निवास करने वाले शामिल हुए।
इस कानून में विशेष उल्लेख है कि 13 दिसंबर 2005 के पूर्व वन भूमि में काबिज वन निवासियों को जिनका जीको पार्जन वन पर निर्भर है इस कानून के तहत 1 एकड़ से लेकर 10 एकड़ तक वन अधिकार के तहत अधिकार पाने की पात्रता है। लेकिन पूर्व सरकार ने इस कानून का ठीक से क्रियान्वयन नहीं होने के कारण लोगों को आज भी अपने जमीन का पूरा पूरा हक नहीं प्राप्त हुआ है इसके तहत वन में निवास करने वाले वन्य वासियों को किसी को 50 डिसमिल किसी को 20 डिसमिल किसी को एक ही कर किसी के 2 एकड़ जमीन प्राप्त हुए हैं और फिर उस जमीन पर वन विभाग के कर्मचारी द्वारा पौधारोपण किया जाता है जिस कारण आदिवासियों और वन विभाग में टकराव की स्थिति निर्मित हो जाती है इस कानून में उल्लेख वन अधिकार कानून का स्पष्ट जानकारी ग्रामसभा वन अधिकार समिति को नहीं होने के कारण,व इस कानून का प्रचार प्रसार सही ढंग से नहीं होने के कारण आज भी हमारे वनांचल क्षेत्र में रहने वाले वन निवासियों को उनका जमीन का अधिकार प्राप्त नहीं हो पा रहा है
इसलिए सामाजिक कार्यकर्ता और जन संगठन का उत्तर दायित्व बनता है कि लोगों में जागरूकता का कार्य करते हुए वन में निवास करने वाले वन निवासियों का उनका पुश्तैनी वन जमीन पर जीवन यापन कर रहे हैं ।जल जंगल जमीन का अधिकार प्राप्त हो सके इस वन अधिकार कानून को क्रियान्वयन करने में एकता परिषद का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।इस कानून को बनाने में भी एकता परिषद के वरिष्ठ साथी फाउंडर मेंबर प्रसिद्ध गांधीवादी श्री पी वी राजगोपाल जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसके तहत आज पूरे भारत में लोगों को वन अधिकार कानून के तहत लोगों को जमीन प्राप्त हो रहा है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में , एकता परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता बृजलाल मार्को, राम सिंह उईके, ईद्रा यादव ,करम पाल चौहान ,उप सरपंच अडसरा सामारू राम पंडो , सोमार ,केवली पंडो , एकता परिषद प्रदेश संयोजक मुरली दास संत के सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया गया।