आवास न्याय योजना सम्मेलन में शामिल होने राहुल गांधी पहुंचे बिलासपुर.. हम रिमोट दबाते हैं तो जनता को योजनाएं मिलती है- राहुल गांधी
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर 2 महीने से भी कम का समय बाकी है ऐसे में सत्ता में बैठी कांग्रेस एक बार फिर सत्ता की चाबी हासिल करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।जिसको लेकर राज्य स्तर पर आयोजन के जरिए योजनाओं को का लाभ बताने का काम किया जा रहा है।इसी तारतम्य में आज राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी छत्तीसगढ़ पहुंचे जहां बिलासपुर के तखतपुर विधानसभा में आयोजित आवास न्याय योजना सम्मेलन में शामिल हुए।
कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समय का पूरा मंत्रिमंडल मौजूद रहा।जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने सम्बोधन में कहा कि आवास न्याय योजना सम्मेलन में आए हितग्राही साथियों को बहुत-बहुत बधाई आवास योजना किस सरकार ने कब शुरू की, 1985 में जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब शुरू हुई, इस योजना का नाम उस समय इंदिरा आवास योजना था। आज यह प्रधानमंत्री आवास योजना है।जनगणना नहीं हुई है, आर्थिक सर्वेक्षण नहीं हुआ।
आज जिन्हें योजना का लाभ मिल रहा है वह 2011 के जनगणना के आधार पर मिल रहा है। आज राहुल गांधी ने एक बटन दबाया और 7 लाख लोगों के खाते में पैसे पहुंच गए हैं, राहुल सदैव से किसान, मजदूर, युवा, महिला, आदिवासी भाई-बहनों और मजदूरों की बात करते हैं, उनके हित की सोचते हैं।
पिछले बार जब राहुल गांधी आए थे, राजीव युवा सम्मेलन में आए थे, वहां लाखो युवा आए थे।पहली किश्त आज राहुल गांधी जी ने जारी किया है, दूसरी किश्त भी हम देंगे.. मंच को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज जैसे ही मैं यहां आया मेरे हाथ में रिमोट कंट्रोल दिया गया, कहा गया आप बटन दबाइए और मेरे बटन दबाते ही एक दो सेकंड में हजारों करोड़ रुपए गरीब और जरूरतमंद हितग्राहियों के बैंक खातों में आ गए।
छत्तीसगढ़ की सरकार आज गरीबों के आवास बनवाने के लिए पैसे दे रही है,आज 12 सौ करोड़ रुपए रिमोट कंट्रोल से आपके खाते में आए हैं, आने वाले सालों में भी आपके खाते में इसी तरह पैसे आएंगे।
चुनाव के समय हमने आपसे छत्तीसगढ़ की नींव को मजबूत करने वाले वायदे किए थे। किसानो का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ और 2500 रुपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी का वायदा हमने किया था, हमने यह वायदा पूरा किया।
भूमिहीन मजदूरों को 7000 हजार रुपए प्रतिमाह हमने देना शुरू किया, स्वास्थ्य के लिए 70 लाख परिवारों को हमने 5 लाख रुपए तक इलाज की सुविधा दी। 42 हजार भर्तियां की युवाओं को प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता 2500 रुपए दे रहे हैं।