वैश्विक मंच पर भारत आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में उभर रहा: सतीश चंद्र 00 “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” परिचर्चा: केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने राष्ट्रीय एकता पर दिया सारगर्भित संदेश

बिलासपुर– लखीराम ऑडिटोरियम बिलासपुर में सोमवार को “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” पर आयोजित परिचर्चा एवं सम्मान समारोह में देशभर से आए गणमान्य अतिथि, युवा, बुद्धिजीवी और जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का शुभारंभ सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण झा ने स्वागत उद्बोधन देकर किया, जिसमें उन्होंने भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधताओं को जोड़ने का आह्वान किया। इस समारोह में मुख्य वक्ता केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे ने “एक भारत श्रेष्ठ भारत” को सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चेतना बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसे देश की एकता, संस्कृति और आर्थिक समृद्धि का प्रेरक स्तम्भ बताया। उनके प्रेरणादायक विचारों ने मंच और श्रोता स्थल दोनों ही जगह ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार किया।

कार्यक्रम की शुरुआत में प्रस्‍तुत स्वागत भाषण में प्रवीण झा ने स्पष्ट किया कि बिलासपुर जैसे मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा के शहरों से “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का सन्देश ग्रामीण, शहरी और पंचायती स्तर तक फैलाना देश की मूल शक्ति को जागृत करने का साधन होगा। उन्होंने कहा, “भारत की असली ताक़त उसकी एकता और संस्कृति है।”
मुख्य वक्ता केंद्रीय राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने अपने वक्तव्य में विविधता में एकता की महत्ता पर जोर देते हुए कहा, “‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ केवल एक नारा नहीं, बल्कि यह एक राष्ट्रीय चेतना है, जो भारत की विविधताओं में एकता को मजबूत करती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में यह अभियान भारत के सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक ताने‑बाने को और अधिक सशक्त बना रहा है।” उन्होंने कहा कि भारत आज वैश्विक मंच पर एक शक्तिशाली, एकजुट और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। नगर विधायक अमर अग्रवाल ने इस कार्यक्रम को युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा, “एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को हर पंचायत, हर मोहल्ले तक पहुँचना चाहिए।” वहीं विधायक धरमलाल कौशिक ने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि “महिलाओं की भागीदारी से यह अभियान और अधिक सशक्त होगा। हमें अपने बच्चों को इस भावना से जोड़ना चाहिए।”

मंचासीन अतिथियों में पूर्व सांसद प्रदीप गांधी, धर्मजीत सिंह, पूजा विधानी, विनोद सोनी, दीपक सिंह, मोहित जायसवाल, गुलशन ऋषि सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे। सभी ने विचार-विमर्श कर देश की सामाजिक समरसता, विकास और सांस्कृतिक एकता के महत्व पर बल दिया। अंत में कार्यक्रम सुस्वादु भोजन और आपसी संवाद के साथ सम्पन्न हुआ। यह आयोजन एक बार फिर यह साबित करता है कि जब संकल्प और दृष्टि साझा हो, तब “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का संकल्प साकार होता है।

Related Articles

Back to top button