राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा साल का दूसरा लोक अदालत लगाया गया,जिले के 31 खंडपीठ में आयोजित हुआ राष्ट्रीय लोक अदालत
छत्तीसगढ़ प्रदेश में साल में दूसरी बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।अलग-अलग मामलों की सुनवाई के लिए प्रदेश भर के अलग अलग जिलों में एक दिवसीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।
कोरोना वैश्विक महामारी के सोशल प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए फिजिकली और वर्चुअली अलग-अलग मामलों की सुनवाई की गई। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के अंतर्गत गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले को मिलाकर कुल 31 खंडपीठ बनाकर राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी प्रकार के राजीनामा योग्य मामलों पर सुनवाई की गई।छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित हाईकोर्ट में कुल 101 मामलों का निराकरण किया गया।जबकि अलग-अलग जिलों में सैकड़ों मामलों का निराकरण अब तक किया जा रहा है।नेशनल लोक अदालत में बिजली पानी से लेकर पारिवारिक विवाद और आपसी समझौते के सभी मामलों की बारीकी से सुनवाई कर उस पर सभी पक्षों की राय लेकर निराकरण किया गया।बता दें कि साल में दूसरी बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है और सुबह से ही लोक अदालत में मामलों से जुड़े पक्षों की उपस्थिति बनी रही।