शैलेश पांडे ने तारबाहर थाने के नवीन भवन लोकार्पण समारोह पर पुलिस की गिनाई खामियां,लगाए संगीन आरोप
घर का भेदी लंका ढहाए इस कहावत को आज चरितार्थ किया है बिलासपुर शहर विधायक शैलेश पांडे ने विधायक जी के दिल की भड़ास पुलिसवालों के खिलाफ निकलती रही और पुलिस के तमाम अधिकारी और कर्मचारी सुनते रहे। सवाल ये उठता है कि क्या विधायक का इस तरह पुलिस की कार्यशैली पर उँगली उठाने के लिए ये ही सही मौका था या फिर इसके पीछे कोई सोची समझी साजिश थी।
बिलासपुर में कांग्रेस की गुटबाजी जग जाहिर है पहले भी कई ऐसे वाकये सामने आए है जिसमे जनता के चुने गए और बीजेपी के दिग्गज चाणक्य पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को रिकार्ड मतों से हराकर दो दशक के बाद न्यायधानी में कांग्रेस के परचम लहराने वाले विधायक को जनता के सामने ही जिल्लत होना पड़ा था । बीजेपी शासन काल मे कांग्रेस ने पुलिस विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था । और आज कांग्रेस राज में यदि कांग्रेसी विधायक ही पुलिस विभाग के कार्यक्रम में पुलिस की सरेआम उन्ही के मंच से पोल खोल दे तो सवाल खड़े होना लाजमी है । जिस प्रकार बेबाकी से पुलिस मंच से खाकी के सामने और गृहमन्त्री के समक्ष इस जनप्रतिनिधि ने पुलिस को शर्मिंदा किया है उससे तो यही लगता है कि पुलिस के कई कारनामे अभी भी इनके दिल मे दफन है और यह भी सच है कि गृहमंत्री ने यदि समय रहते तो विधायक को नही रोकते टोकते तो पुलिस विभाग के कई चोकाने वाले खुलासे विधायक के दिल से झलक के सामने आ जाते । पर जिस प्रकार से बेबाकी से शैलेश पांडे ने सच सामने रखा है उनकी तारीफ जमकर आमजनों के बीच हो रही है । लेकिन पुलिस और छत्तीसगढ़ गृहमंत्रालय को भी चाहिए कि कांग्रेसी विद्यायक के इन संगीन आरोपो की निष्पक्ष जांच करवाएं और जो भी दोषी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्यवही करे ताकि खाकी की सच्चाई सामने आ सके।