सिम्स के डॉक्टरों ने किया प्रदेश का पहला ऑर्थाेमोर्फिक सर्जरी….बढ़ाई गई अविकसित जबड़े की लंबाई-उंचाई…

बिलासपुर–संभाग के सबसे बड़े अस्पताल सिम्स ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सिम्स के दंतरोग विभाग के डॉक्टरों द्वारा प्रदेश का पहला ऑर्थाेमोर्फिक सर्जरी किया गया, जिसमें उन्हें सफलता मिली है। सिम्स से मिली जानकारी के अनुसार बिल्हा ब्लॉक के दुर्जनपुर निवासी 22 वर्षीय मरीज (कविता बदला हुआ नाम) के बचपन में 12 साल के पश्चात् बांया तरफ का जबडा बंद हो जाने के कारण विकास धीरे धीरे रुक गया तथा नीचे और उपर का जबडा टेढ़ा होता चला गया और दांतों का विन्यास भी बिगड़ गया था, जिससे चेहरा असंतुलित हो गया था। इससे मरीज हीनभावना से ग्रस्त होने लगी थी।
युवती को पूर्व में अन्य मरीजों का सिम्स के दंतरोग विभाग द्वारा टेढ़े जबड़ो का सफलतम ऑपरेशन किये जाने की जानकारी मिलने पर वह दंतरोग विभाग में अपनी समस्या लेकर पहुंची। यहां पर मरीज का पूर्ण जांच की गई। सभी आवश्यक जांच एवं एक्सरे, चेहरे का 3डी सीटी स्केन करने के पश्चात इस निष्कर्ष पर पहुंचा गया, कि युवती का बाएं तरफ का उपर और नीचे का जबडा और ठुड्डी अविकसित है तथा उसे टीएमजे एंकीलोसिस है। युवती की समस्या को ध्यान में रखकर बहुस्तरीय डिस्ट्रेक्शन ऑस्टियोजेनेसिस की योजना बनाई गई। जिसमें आधुनिक तकनीक द्वारा चेहरे का 3डी प्रिंटिंग मॉडल बनाकर 1-2 घंटे का ऑपरेशन कर उपर और निचले जबड़े में इंट्रा ओरल डिस्ट्रेक्टर नामक डिवाईस लगांकर प्रथम चरण का ऑपरेशन जून 2023 में किया गया। पांच महीने के बाद पुनः दूसरे चरण का 8-9 घंटे ऑपरेशन दिसंबर 2023 महीने में सिम्स के दंतरोग विभाग द्वारा किया गया है, जिसमें प्रथम चरण के ऑपरेशन के दौरान जो इंट्रा ओरल डिस्ट्रेक्टर डिवाईस लगाया गया था, उसे भी निकाल दिया गया। उसको इंटर पोजिशनल ऑर्थाेप्लास्टी करके उसमें लेफ्ट टेम्पोरिल्स मसल डाला गया फिर युवती का अविकसित ठुड्डी का ऑपरेशन जेनियोप्लास्टी करके और आगे हाईट बढ़ाया गया, जिसे ऑर्थाेमोर्फिक सर्जरी कहते है। यह प्रदेश का पहला ऑर्थाेमोर्फिक सर्जरी जिसमें अविकसित जबड़े की लम्बाई एवं उचाई बढ़ाई गई।
इस सफलतम ऑपरेशन का योगदान सिम्स के दंतरोग विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप प्रकाश (ओरल एण्ड मेक्सिलोफेसियल सर्जन) और उनकी टीम के समस्त डॉक्टरो डॉ जंडेल सिंह ठाकुर डॉ भूपेंद्र कश्यप डॉ. हेमलता राजमणी, डॉ. प्रकाश खरे, डॉ. सोनल पटेल, तथा अन्य स्टाफ सिस्टर ग्रेसी लैब अटेंडर उमेश साहू वार्ड बॉय ओमकार नाथ यादव तथा विभागाध्यक्ष निश्चेतना डॉ. राकेश निगम और उनकी पूरी टीम को जाता विगत वर्ष 2019 एवम 2020 में भी सिम्स के दंतरोग विभाग द्वारा इसी तरह की बीमारी जॉ डिर्मोफिटिस का अन्य दो मरीजों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर उपचार करके मरीजो को लाभान्वित किया जा चुका है।

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