आधारशिला विद्या मंदिर न्यू सैनिक स्कूल में छात्रों को मिल रही अभिनय कौशल की शिक्षा “छात्रों ने पाया अग्रज नाट्य दल बिलासपुर थियेटर के महान कलाकार मो.रफीक का सानिध्य”

बिलासपुर–आधारशिला विद्या मंदिर न्यू सैनिक स्कूल में छात्रों के भीतर छिपी अभिनय गुण व क्षमता की पहचान करने , अभिनय कौशल विकसित करने और अभिनय के लिए प्रेरित करने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में अग्रज नाट्य दल बिलासपुर के थियेटर कलाकार मुहम्मद रफीक ने बच्चों को बताया कि अभिनय के द्वारा कही गई बात भाषण द्वारा कही बातों से अधिक प्रभावी होता है । अभिनय एक ऐसा माध्यम या जरिया होता है जिसके प्रयोग से व्यक्ति अपनी बातों व संदेशों को सरलता से समझा सकते हैं जिसे श्रोता एवं दर्शक आसानी से समझ सकते हैं ।

थियेटर कलाकार मो. रफीक ने कुछ छात्रों से शिक्षकों का अभिनय करवाया । दर्शक दृघा मे बैठे छात्रों के सवालों और जवाबों को अभिनय के माध्यम से कैसे व्यक्त किया जाता है इसका उदाहरण प्रस्तुत किया। शिक्षक के शिक्षण कार्य में अभिनय बहुत महत्वपूर्ण है यदि शिक्षक अपने विषय के किसी प्रकरण को अभिनय द्वारा सिखाए तो वह छात्र के लिए समझना अत्यंत सहज हो जाता है।रफीक सर ने अमानवीयता , स्वतन्त्रता की सीमा का हनन व उलंघन और ध्वनि प्रदूषण की समस्या को समझाने के उद्देश्य से मानव समाज के मध्य से ही एक बहुत ही आम सी समस्या को उठाकर अपने अभिनय द्वारा व्यक्त किया।
जिसमें बाराती डीजे की धुन पर बेसुध नाच रहे हैं एवं एक बीमार महिला उस भीड़ से निकलने का भरसक प्रयास कर रही है । आस पास के लोग आपस में बातचीत करने मे असमर्थ हैं और प्रत्येक व्यक्ति परेशानियों से जूझ रहा है जैसी स्थितियों को छात्रों के समक्ष अभिनय के माध्यम से पेश किया।

अभिनय गीत ‘ मालती के बच्चे को सर्दी लग गयी, उसे गरम तेल से मालिश करेंगे —–‘ के माध्यम से छात्रों को सूर , ताल और अभिनय सिखाया ।
“कौन कहाँ से आए जी ……………….
आलू मिर्ची चाय जी”
जैसे उक्त गीत का सूर , ताल और अभिनय के साथ समूह गायन छात्रों द्वारा करवाया गया । इस गीत के द्वारा विभिन्न सब्जियों और पेय पदार्थ के मूल उत्पत्ति देश व प्रदेश के विषय मे छात्रो को जानकारी प्रदान की गई ।

इसके साथ छात्रों को मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने, हृदय रोग व रक्तचाप को नियंत्रित रखने, शरीर को फिट रखने तथा छात्रों मे उत्साहवर्धन के लिए कक्षा पहली से चौथी तक के छात्रों को जुम्बा डांस सिखाया गया। नन्हें ननिहालों ने इस नृत्य
को बड़े जोश के साथ अपनाया और मस्ती मे झूमते नजर आए। उनके पाँव मानो रूकने को तैयार ही नहीं हैं।

विद्यालय के चेयरमैन डॉ.अजय श्रीवास्तव छात्रों के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए नई -नई गतिविधियों पर विशेष जोर देते हैं एवं हर संभव सुविधाएं छात्रों के लिए उपलब्ध करवाने का प्रयास करतें हैं। वहीं विद्यालय के डॉयरेक्टर एस.के जन्नास्वामी ने छात्रों को इस महत्वपूर्ण समय का भरपूर आनंद व लाभ उठाने की सलाह दी प्राचार्या जी.आर. मधुलिका ने बताया कि हम आगे भी इस तरह के कार्यशाला का आयोजन करते रहेंगे। हमारे अतिथि मो.रफीक को स्मृति चिन्ह देकर सम्मान करते हुए उनका विशेष आभार भी व्यक्त किया।

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