राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई… 22 मामलों पर त्वरित कार्रवाई…. किरण नायक ने सुनी महिलाओं की पीड़ा, 15 दिन में कार्रवाई का अल्टीमेटम….पति से अलग रह रही महिला को न्याय दिलाएगा आयोग…..महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि–किरण नायक……

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरण नायक शुक्रवार को बिलासपुर दौरे पर रहीं। उन्होंने यहां आयोजित जनसुनवाई में कुल 22 मामलों की सुनवाई की। प्रदेशभर से आई महिलाओं ने अपनी-अपनी समस्याएं आयोग के सामने रखीं।

बिलासपुर में आयोजित यह जनसुनवाई जिले की 22वीं और प्रदेश स्तर पर 355वीं जनसुनवाई रही। आयोग की अध्यक्ष किरण नायक ने हर महिला की बात ध्यान से सुनी और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।सबसे गंभीर मामला एक ऐसी महिला का था जो पिछले डेढ़ साल से अपने पति से अलग रह रही है। महिला ने आयोग को बताया कि उसका पति न तो उसे साथ रख रहा है और न ही खर्चे के लिए पैसे दे रहा है। इस मामले में आयोग ने पति को 15 दिनों की मोहलत दी है। तय समय में पालन नहीं करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।एक अन्य मामले में बिलासपुर की एक लड़की की शादी महाराष्ट्र के युवक से हुई थी। शादी के बाद लड़की को ससुराल से निकाल दिया गया। यह मामला आयोग ने तुरंत शक्ति केन्द्र को सौंप दिया है, ताकि पीड़िता को मदद और सुरक्षा मिल सके।मीडिया से चर्चा करते हुए किरण नायक ने बताया कि महिला आयोग की लगातार हो रही जनसुनवाई का सीधा असर दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि आयोग में आने के बाद से पुलिस विभाग में भी मामलों की संख्या कम हुई है, क्योंकि आयोग कई मामलों का समाधान तेजी से कर रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रिय महिला आयोग की जनसुनवाई जहां प्रदेश में नहीं होती, वहीं छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग लगातार हर जिले में जाकर जनसुनवाई कर रहा है। जिससे महिलाओं को बड़ी राहत मिली है।किरण नायक ने बताया कि फिलहाल आयोग में करीब 1800 मामले पेंडिंग हैं, जिनकी सुनवाई लगातार की जा रही है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले रायपुर में दर्ज होते हैं, क्योंकि अन्य जिलों के कई मामले भी रायपुर ट्रांसफर कर दिए जाते हैं।सोशल मीडिया की वजह से बढ़ रहे विवादों पर भी उन्होंने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आजकल लोग फेसबुक, इंस्टाग्राम और वीडियो कॉलिंग पर पहचान बनाकर शादी कर लेते हैं। लेकिन कुछ ही समय बाद इन रिश्तों में मतभेद बढ़ जाते हैं और तलाक के मामले आयोग के पास आने लगते हैं।किरण नायक ने कहा कि महिला आयोग का उद्देश्य हर पीड़ित महिला को न्याय दिलाना है और इस दिशा में लगातार तेज और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।

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