
ब्राह्मण प्रीमियर लीग के टीम एवं जर्सी लॉन्च का हुआ सफल आयोजन…..11 नवम्बर से 21 नवंबर तक 16 टीम के मध्य होगा क्रिकेट का जोरदार आयोजन…
बिलासपुर– खेल प्रोत्साहन और सामाजिक एकजुटता के अभिनव प्रयास के तहत, समग्र ब्राह्मण समाज एवं परशुसेना द्वारा बीते चार नवम्बर को बिलासपुर के जिला खेल परिसर में ‘ब्राह्मण प्रीमियर लीग’ (बीपीएल) के ‘टीम एवं जर्सी लॉन्च’ का कार्यक्रम प्रबुद्ध विप्रगणों के गौरवपूर्ण आतिथ्य में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। प्रदेश भर से पहुंचे खिलाड़ियों और अतिथियों ने इस अभिनव पहल का स्वागत किया।
मुख्य आकर्षण…..सभी टीमें स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित……
इस प्रीमियर लीग के लिए कुल 16 टीमों का चयन किया गया है, जो बीपीएल के पहले संस्करण में प्रतिस्पर्धा करेंगी। आयोजन समिति ने एक महत्वपूर्ण और गौरवशाली कदम उठाते हुए, सभी 16 टीमों के नाम भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के ऊपर रखे गए हैं। यह पहल नई पीढ़ी को अपने नायकों के बलिदान और शौर्य से प्रेरित करने का एक अनूठा प्रयास है।
कार्यक्रम में सभी 16 टीमों का परिचय कराया गया और सभी टीम की आधिकारिक जर्सी का अनावरण हुआ। इस दौरान खिलाड़ियों और टीम ओनर्स में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
ग्यारह नवंबर से क्रिकेट का आगाज……
ब्राह्मण प्रीमियर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन पहली बार किया जा रहा है।जिसकी शुरुवात जर्सी लांच के साथ कर दी गई। जिसमें सोलह टीमों ने भाग लिया है।इन सोलह टीमों के मध्य में ग्यारह नवंबर से क्रिकेट मैच का आयोजन सरकंडा स्थित खेल परिसर में किया जाएगा।सभी मैच रात को आयोजित किए जा रहे।जिसकी पूरी तैयारी आयोजन समिति के द्वारा कर ली गई।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति….
कार्यक्रम के मुख्य अतिथिगणों में पंडित पंकज भूषण मिश्रा (भगवत् एवं ज्योतिषाचार्य), परम पूज्य दुर्गेश महाराज (राष्ट्रीय धर्माचार्य), पद्म पंडित अनुज शर्मा (विधायक धरसींवा छ.ग.) और पंडित प्रदीप शर्मा (पूर्व मुख्य सलाहकार मुख्यमंत्री छ.ग. शासन) शामिल थे।
सभी अतिथियों ने परशुसेना एवं ब्राह्मण समाज की इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे समाज के लिए प्रेरणादायक बताया।
समग्र ब्राह्मण समाज एवं परशुसेना ने इस सफलता के लिए समस्त ब्राह्मण समाज, अतिथियों और सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया है। आयोजन समिति से पंडित विनय शर्मा ने बताया कि ‘ब्राह्मण प्रीमियर लीग’ आने वाले समय में न केवल खेल को बढ़ावा देगी, बल्कि समाज के भीतर सकारात्मक ऊर्जा, भाईचारे और राष्ट्रप्रेम की भावना को भी सशक्त करेगी।




