वर्चस्व की लड़ाई थाना पहुँची,जानिए क्या पूरा मामला
बिलासपुर-रतनपुर प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और सचिव ने रतनपुर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए उनकी छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। असल में रतनपुर में पत्रकारों के दो गुट बन चुके हैं।
अलग-अलग गुट अपने द्वारा संचालित प्रेस क्लब को असली और दूसरे के क्लब को फर्जी करार दिया जा रहा है। पिछले दिनों खुटाघाट में आयोजित बैठक में रतनपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष सचिव समेत तमाम पदाधिकारियों का चयन किया गया था। नई कार्यकारिणी के गठन में रतनपुर के अधिकांश पत्रकार शामिल रहे ।
यहां सर्वसम्मति से राकेश चौहान विजय दानीकर ,संतोष साहू को संरक्षक, यूनुस मेमन को अध्यक्ष चुना गया। इसी के साथ गुरुदेव सोनी को सचिव निर्वाचित किया गया। इनके अलावा भी बतौर उपाध्यक्ष शेखर बैसवाड़े,एवं शुभम श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष विजय साहू, सह सचिव रविंद्र गढेवाल, और सदस्य मनोज निषाद सुरेश कश्यप संतोष सोनी, कान्हा तिवारी, रवि तंबोली, हरीश मांडवा, कीर्ति सोनी, शेख वली उल्लाह आदि चुने गए। नव नवनिर्वाचित प्रेस क्लब के अध्यक्ष यूनुस मेमन ने स्पष्ट किया कि उनकी संस्था ने पूर्व में गठित किसी भी प्रेस क्लब का ना तो नाम और ना ही उनके पंजीयन क्रमांक का इस्तेमाल किया है। नवगठित प्रेस क्लब के पंजीयन की प्रक्रिया जारी है। लेकिन इसी दौरान विरोधी गुट के पत्रकार वासित अली और फिरोज खान द्वारा रतनपुर के वरिष्ठ और कनिष्ठ पत्रकारों द्वारा गठित प्रेस क्लब को ही फर्जी करार देते हुए उनके खिलाफ न केवल थाने में झूठी शिकायत दर्ज की गई बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक खबर प्रसारित कर पत्रकारों के सम्मान को ठेस भी पहुंचाया गया। रतनपुर के पत्रकारों ने बड़ी संख्या में थाने पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए रतनपुर निवासी वासित अली और फिरोज खान के विरुद्ध मिथ्या प्रचार करने और उन्हें बदनाम करने की शिकायत पर कार्यवाही की मांग की है।
पत्रकार यूनुस मेमन ने कहा कि विरोधियों द्वारा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ और पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे वक्त से कार्य कर रहे लोगों को ही द्वेष वश फर्जी करार दिया जा रहा है। शिकायत करने वालों में राकेश चौहान,विजय दानीकर, संतोष साहू,यूनुस मेमन,गुरुदेव सोनी, शेखर बेशवाड़े, शुभम श्रीवास विजय साहू रवींद्र गढ़वाल,मनोज निषाद,संतोष सोनी, कान्हा तिवारी, हरीश मांडवा,आदि शामिल रहे।