हिंदुत्ववादी बेलतरा भाजपा विधायक के क्षेत्र में धर्मांतरण का खेल……हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं से की बदसलूकी…..विरोध को कुचलने का लगा आरोप….कोनी थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध….सोशल मीडिया में जमकर हो रहा वीडियो वायरल….

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाद अब बिलासपुर में भी धर्मांतरण का मामला सामने आया है। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया है कि कोनी क्षेत्र के ग्राम रमतला में गुप्त तरीके से धर्मांतरण किया जा रहा था। जैसे ही इस घटना की जानकारी हिंदू संगठनों को मिली, बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए।हिंदू संगठन। के कार्यकर्ता अपना विरोध शुरू करते उसके पहले ही कोनी थाना प्रभारी मौके पर पहुंच कर हिंदू संगठन के कार्यकर्ता से उलझ पड़े और जबरन पुलिस गाड़ी में बैठने लगे। रविवार को कोनी थाना प्रभारी के द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार से ऐसा लग रहा था कि जैसे हिंदू संगठन के कार्यकर्ता आदतन अपराधी है।तीखी झड़प और विरोध के बाद मामला और गरमा गया।देखते देखते ही विरोध के दौरान पुलिस और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि मामला हाथापाई तक पहुंच गया। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में राम सिंह और नवीन देवांगन के बीच हाथापाई होते हुए देखा जा सकता है।जिसमें कोनी थाना प्रभारी कैसे जबरदस्ती करते हुए अपना दमनकारी रवैया को अपना रहे है। इस वीडियो के वायरल होते ही जिले भर से हिंदू संगठन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में वहां पहुंच गए और जमकर जय श्री राम के नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद



हिंदू संगठन के राम सिंह ने आरोप लगाया कि एनम चर्च द्वारा गुप्त रूप से धर्मांतरण किया जा रहा था। उनका कहना है कि इस कार्यक्रम में 500 से अधिक लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था रखी गई थी। और धर्म परिवर्तन के लिए स्किन वीडियो दिखाकर प्रभावित किया जा रहा था। संगठन का आरोप है कि यह एक सुनियोजित षड्यंत्र है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए उकसाया जा रहा था। धर्मांतरण का यह खेल पिछले साल के  दिसम्बर महीने से शुरू हुआ है।हर शुक्रवार और रविवार को यहां पर आयोजनकीय जाता है।बड़ी संख्या में यहां पर हिन्दू समाज के लोगों लोगों को लाकर धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है।इसकी सूचना मिलने हम यहां पहुंचे और कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन धर्मांतरण करने वाले का बचाव करते हुए हमारे साथ बदसलूकी और बद्तमीजी करते रहे।उल्टा हमे ही बोल रहे थे आप कौन होते हो धर्मांतरण का विरोध करने वाले।



जब मामला तूल पकड़ने लगा तो तत्काल सिविल लाइन थाना सीएसपी निमितेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और हिंदू संगठनों को आश्वासन दिया कि यहां दोबारा धर्मांतरण नहीं होगा। साथ ही मौके पर लगाए गए टेंट को तुरंत हटाने के निर्देश भी दिए गए।

भाजपा सरकार बनने के बावजूद छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।

प्रदेश में लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे हिंदू संगठन आक्रोशित हैं। संगठन की मांग है कि सरकार को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।जबकि यह वही भाजपा सरकार जो पिछले पांच साल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय धर्मांतरण और अराजकता को लेकर विरोध कर आज सत्ता में काबिज हुई है।



इस मामले को लेकर थाना प्रभारी नवीन देवांगन ने अपना बचाव करते हुए ऐसी किसी भी घटना का नहीं होना बताया।वही एक समुदाय के द्वारा किए जा रहे आयोजन की अनुमति नहीं होने पर उसकी जांच की जा रही की बात कही।



बहरहाल इस पूरे मामले में कोनी थाना प्रभारी की भूमिका संदिग्ध रही।इस मामले को लेकर शासन और प्रशासन दोनों को गंभीर होना पड़ेगा,और ऐसे थाना प्रभारी जो खुलेआम अपनी वर्दी के मदहोशी में एक पक्षीय कार्रवाई के साथ हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं से बदसलूकी और उनके साथ दमनकारी रवैया को अपनाते हुए प्रयास किया गया वह सोचनीय विषय है।

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