भागवत कथा की प्राप्ति ही मानव शरीर का लक्ष्य- स्वामी राघवेन्द्राचार्य गीतांजलि पार्क मंगला में गणेश नामदेव के निवास पर भागवत कथा
बिलासपुर- गीतांजलि पार्क मंगला के रहने वाले इंजीनियर गणेश नामदेव के निवास में इन दिनों श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है अमरकंटक गौरेला वाले स्वामी राघवेन्द्रा चार्य ने श्रीमद् भागवत कथा का वाचन करते हुए कहा है कि मानव शरीर का प्राप्ति का लक्ष्य भागवत कथा की प्राप्ति ही है उन्होंने कहा कि संत ना होते तो मानव सेवा के लक्ष्य की पूर्ति ही नहीं होती।
सुखदेव महाराज ने राजा परीक्षित ने जो कथा सुनाई थी उसमें कहा था कि जब मनुष्य मृत्यु लोक में जन्म लेता है तो उसमें बहुत कष्ट तो होता है सब साठ हजार बिच्छू के ढंग का दर्द होता है वही दर्द मरण के समय भी होता है इसीलिए मानव शरीर ही भागवत कथा का लक्ष्य है। गीतांजलि पार्क निवासी गणेश तथा मोनिका नामदेव अपने माता पिता देवी प्रसाद तथा रामकली नामदेव वह बड़े भाई राम शंकर नामदेव की स्मृति में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया है। कलश यात्रा के साथ धूमधाम से गाजा बाजे के साथ कलश यात्रा निकली। आनंदित माहौल में कथावाचक स्वामी राघवेन्द्रा चार्य जी ने भागवत कथा का वाचन करते हुए कहा कि जब मानव जीवन में जन्मांतर उदय होता है
तो इस अवसर पर ज्ञान गंगा में गोता लगाने का अवसर मिलता है। श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण देवता भी करते हैं स्वामी राघवेन्द्र चार्य जी ने कहा है कि प्रभु की कृपा से मानव शरीर प्राप्त होता है धन प्रतिष्ठा पद पाने के बाद मनुष्य को अहंकार नहीं करना चाहिए। भगवान और नारद की चर्चा करते हुए स्वामी राघवेंद्रा ने बताया कि एक बार नारद ने भगवान से पूछा आज आखिर सागर में निवास करते हैं योगी योगी के ह््रदय में निवास करते हैं सबसे ज्यादा किससे स्नेह करते है भगवान बोले मेरा निवास बैकुंठ नहीं है जहां भक्तों के द्वारा मेरी पुकार होती है जहां भक्तों के द्वारा आनंदित माहौल में गायन किया जाता है जहां मेरी कथाएं होती है मेरा स्थान वहीं है। आज भागवत कथा के दूसरे दिन काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागवत कथा सुना।
इस अवसर पर गणेश नामदेव, मोनिका नामदेव, रवि नामदेव, शशि नामदेव मीरा देवी गौरी नामदेव सुमन नामदेव उमेश रूपा नामदेव अंजना शैलेष लक्ष्मी मुकेश नामदेव रामदेव निर्मला नामदेव शिवकुमार वर्मा उषा वर्मा गंगा दिन वर्मा कैलाश चंद वर्मा कीर्ति वर्मा विमला देवी आशा वर्मा रानू नामदेव मनोज नामदेव स्मिता अमरीक विकास वर्मा राम नामदेव आलेख वर्मा संतोष वर्मा उषा वर्मा विवेक वर्मा नेहा वर्मा पूजा ऋषि वर्मा उमेश नामदेव के अलावा नामदेव समाज एवं आसपास के दूर दराज की श्रद्धालु यहॉ उपस्थित थे तथा सभी ने आरती में हिस्सा लिया भजन गायन में महिलाओं ने नृत्य भी किया।