कॉलेज से कंप्यूटर चोरी करने वाला मुख्य आरोपी और तीन खरीददार चढ़े सरकंडा पुलिस के हत्थे चपरासी और खरीददार को पहले ही पुलिस ने कर लिया था गिरफ्तार,बचे हुए 5 कंप्यूटर भी हुए बरामद

बिलासपुर के सरकंडा में स्थित डीएलएस कॉलेज से पिछले दिनों कंप्यूटर विभाग के 7 कंप्यूटर चोरी कर बेचने वाले चपरासी और खरीददार के बाद अब सरकंडा पुलिस ने चोरी करने वाले मुख्य आरोपी लाइब्रेरी अटेंडेंट समेत तीन खरीददार को गिरफ्तार कर लिया है।9 जुलाई को डीएलएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रताप पांडे ने सरकंडा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी, कि कॉलेज में स्थित कंप्यूटर विभाग के लैब से 7 कंप्यूटर चोरी कर लिया गया है।

सरकंडा पुलिस ने मामले में एफ आई आर दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।इस दौरान कॉलेज के कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही थी जब कॉलेज के चपरासी शिवम गौरहा से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो चपरासी ने लाइब्रेरी अटेंडेंट के साथ मिलकर कंप्यूटर लैब से 7 कंप्यूटर चोरी करने के जुर्म को कबूल कर लिया था। पकड़े गए चपरासी ने बताया था कि शुभम पांडे द्वारा चोरी में सहायता करने के लिए उसे 1000 हजार दिया गया था और उसने बताया कि चोरी किए गए कंप्यूटर को मुंगेली निवासी दीपक राजपूत को बेचा है।

चपरासी के निशानदेही पर सरकंडा पुलिस की टीम ने खरीददार दीपक राजपूत को भी गिरफ्तार किया और 2 नग कंप्यूटर बरामद किया था।लेकिन इस बीच चोरी के मुख्य आरोपी लाइब्रेरी अटेंडेंट की खोजबीन पुलिस कर रही थी इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिलेगी मुख्य आरोपी शुभम पांडे को अशोक नगर में घूमता देखा गया है सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल टीम को रवाना किया और शुभम पांडे को पकड़कर पूछताछ की जिसमें मुख्य आरोपी ने बताया कि उसके द्वारा दो न कंप्यूटर को अपने घर में छिपा कर रखा गया है और तीन लाख कंप्यूटर को मुंगेली जिले के सल्फा गांव में हरि विश्वकर्मा बजरंग विश्वकर्मा और अशोक विश्वकर्मा के पास पांच पांच हजार रुपए में बेच दिया है.. मुख्य आरोपी की निशानदेही पर चोरी का माल खरीदने वाले तीन और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया और घटना में प्रयुक्त मुख्य शुभम पांडे के स्विफ्ट का को भी ज़ब्त कर लिया गया है।

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