
झीरम घाटी मामले में प्रधानमंत्री के पंद्रह दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी का वादा अधूरा–भूपेश बघेल……
बिलासपुर– पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को अपने निजी प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे, जहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की और कांग्रेस नेताओं से मुलाकात की। मीडिया से बातचीत के दौरान बघेल ने राज्य और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सरकार की नीतियों को किसानों, युवाओं, आदिवासियों और शिक्षा व्यवस्था के खिलाफ बताया।
बघेल ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार धान खरीदी से बचने के लिए किसानों को हतोत्साहित कर रही है। धान की नीलामी में जानबूझकर देरी की जा रही है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल 500 से 600 रुपये तक का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि खाद और बीज की भी गंभीर किल्लत है, जबकि पिछली खरीदी का धान अब तक नहीं उठाया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बिजली संकट और बढ़ती बेरोजगारी को भी राज्य के सामने प्रमुख संकट बताया। उन्होंने कहा कि बिजली कटौती ने आमजन को परेशान कर रखा है और रोजगार की कमी के चलते 30 से 40 हजार युवा राज्य से पलायन कर चुके हैं। बघेल ने आदिवासी समाज की स्थिति को लेकर भी चिंता जताई और आरोप लगाया कि कई निर्दोष आदिवासी युवाओं को झूठे मामलों में जेल भेजा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए बघेल ने पूछा कि जीरम घाटी हमले के दोषियों को लेकर किए गए वादों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पीएम ने 15 दिनों में आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात कही थी, लेकिन यह वादा अब तक अधूरा है।
शिक्षा व्यवस्था को लेकर भी बघेल ने सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि 16 जून से नया सत्र शुरू हो रहा है, लेकिन शिक्षा विभाग अव्यवस्था का शिकार है। हजारों स्कूल बंद किए जा रहे हैं और शिक्षकों की नियुक्ति भी रुकी हुई है। बघेल ने कटाक्ष करते हुए कहा, “शाला बंद, मधुशाला चालू” जैसी नीति सरकार अपना रही है।
महिला कल्याण योजनाओं को लेकर भी उन्होंने राज्य सरकार पर हमला किया। उन्होंने बताया कि महतारी वंदन योजना की राशि समय पर नहीं दी जा रही और 70 हजार महिलाओं के नाम सूची से हटा दिए गए हैं।