नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” से गूंज उठा कथा स्थल….
बिलासपुर के खाटू श्याम मंदिर में सराफ परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन पूरा कथा स्थल कृष्ण भक्ति के संगीत से झूम उठा।
वृंदावन से कथा वाचन करने पधारे पूज्य डॉक्टर संजय कृष्ण “सलिल” जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन की कथा में कहा कि भगवान स्वयं ब्रज में अवतार लेते हैं। पूरा कथा स्थल “नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” से गूंज उठा। सलिल जी ने बताया कि नंद बाबा के यहां छह माह तक जन्मोत्सव मनाया गया था तब नंद बाबा ने खूब दान दिया बृजवासी खूब दान लेकर जा रहे थे।
उपदेश देते हुए उन्होंने बताया कि की तीन गति होती है दान,भोग और नाश। इन तीनों में सबसे उत्तम गति दान होती है। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने धन दिया है तो दान करना चाहिये अगर हम धन को पुण्य के कार्यो मे नही लगाएंगे तो लक्ष्मी ज्यादा दिन नहीं रहती है।
कथा के दौरान उन्होंने बताया कि अविद्या रुपी पूतना अपने स्तनो मे विष लगाकर भगवान को मारने के उद्देश्य से आती है लेकिन प्रभु इतने दयाल हैं कि उसे माता की गति प्रदान कर देते हैं। भगवान कृष्ण माखन चोरी करते हैं।
प्रभु की प्रत्येक लीला में जनकल्याण की भावना समाहित होती है। आगे कथा मे महाराज जी ने गोवर्धन की लीला का बड़ा ही मार्मिक वर्णन किया। सभी को झांकी का दर्शन कराया एवं “श्री गोवर्धन महाराज” भजन सुन कर भक्त झूम उठे।