जिस कोरोना को रोकने के लिए घर बैठे परीक्षा देने की व्यवस्था की गई, उसी की उत्तर पुस्तिका को जमा करने पोस्ट ऑफिसों के बाहर जमा हो रही भीड़..
कोरोना काल में लोगों को क्या-क्या नहीं देखना पड़ता है ? कभी लोगों को घर में दुबकने के लिए मजबूर होना पड़ता है तो कभी लंबी लाइन लगाकर घण्टों इंतेज़ार करना पड़ता है.. बिलासपुर के अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के फरमान के कारण परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को पोस्ट ऑफिस के बाहर घण्टों कतार में खड़ा होना पड़ रहा है.. फरमान के मुताबिक परीक्षा समाप्त होने के 5 दिनों के भीतर परीक्षार्थियों को तय समय में कॉलेज के पते पर अपनी उत्तरपुस्तिकाओं को भेजना है.. जैसे-जैसे परीक्षाएं समाप्त हो रही है.. छात्रों और उनके परिजनों की भीड़ पोस्ट ऑफिस में वैसे-वैसे बढ़ती जा रही है.. छात्रों की कोशिश है कि वो जल्द विश्विद्यालय के इस आदेश को अंजाम दे.. लंबे समय के बाद यूजीसी के परीक्षा कंडक्ट कराने के आदेश का पालन करते हुए देशभर के विश्वविद्यालय परीक्षाओं का संचालन कर रहा है.. बिलासपुर यूनिवर्सिटी के छात्र घर बैठे ही परीक्षा दे रहे हैं और सबसे पहले अपनी उत्तरपुस्तिकाओं का पीडीएफ तैयार करते हैं और फिर कॉलेज के विभागीय मेल पर उसे तय समय में भेज रहे हैं.. परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले विश्वविद्यालय के वेबसाइट के माध्यम से मिल जाता है..पूरी परीक्षा समाप्त होने के बाद छात्र डाक के माध्यम से अपने उत्तरपुस्तिकाओं के बंडल को एकसाथ कॉलेज के जारी किए गए पते पर भेज रहे हैं.. लाइन में लगे परीक्षार्थियों को किसी भी तरह से नियंत्रित नहीं किया जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग के कायदों का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है.. दुःख की बात यही है कि कोरोना के भय से परीक्षा प्रणाली को जरूर घर बैठे परीक्षा देने के प्रणाली में बदला गया,लेकिन उत्तरपुस्तिकाओं को जमा करने पहुंचे सैकड़ों छात्रों की भीड़ के माध्यम से एक बार फिर कोरोना के संक्रमण को बढ़ावा मिल रहा है ..