आपदा को अवसर में बदलकर बस ट्रेवल्स और मजदूर ले जाने वाले सरदार कर रहे अत्याचार.. एक बार फिर गहरी नींद में जिला प्रशासन..
कोरोना वैश्विक महामारी को लेकर जहां एक और पूरा विश्व संघर्ष कर रहा है.. वहीं कुछ माफिया किस्म के लोगों का अत्याचार चरम पर है.. कोरोना वैश्विक महामारी की वजह से चरमराई अर्थव्यवस्था को सहायता देने के लिए जहां सरकार एक और निरंतर प्रयास कर रही है वही गरीब मजदूरों का फायदा उठाकर बस ट्रेवल की कंपनियां और मजदूर वाले जाने वाले सरदार एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं.. छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में आरटीओ, श्रम विभाग समेत पूरे जिला प्रशासन के लापरवाही का नतीजा रोजी मजदूरी करने वाले मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है.. सरकार ने एक औरत से दूसरे स्थान पर जाने के लिए जहां कड़े नियमों के साथ बस ट्रैवल्स वालों को रियायत दी है.. वही बस ट्रैवल्स कंपनियां इन दिनों आपदा को अवसर में बदलने का काम कर रही है.. बिलासपुर से ऐसे ही सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि.. किस तरह करोना काल में एक स्थान से दूसरे स्थान के लिए जाने के लिए बस ट्रेवल्स के लोगों द्वारा अवैध रूप से अधिक दाम वसूले जा रहे हैं..
इतना कुछ होने के बावजूद जिला प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है इस संदर्भ में मत जब मीडिया ने बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर से जानकारी ली तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए कार्यवाही की बात की लेकिन जिस तरह से नियमों को ताक पर रख मजदूरों को बसों में भरकर अधिक दामों पर एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा रहा है कहीं ना कहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों और आरटीओ की मिलीभगत इसमें साफ नजर आ रही है पहले भी मजदूरों की तस्करी मीडिया की सुर्खियां बनती रही है बिलासपुर में पलायन सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती रही है और जिस तरह से इस समय विश्व में कोरोना महामारी ने पैर पसारे हुआ है उसका फायदा उठा कर माफिया किस्म के लोग आपदा को अवसर बदलने में जुटे हुए हैं..