नवाजतन उपचारात्मक शिक्षण हेतु संकुल समन्वयको का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न,कोरोनाकाल में लर्निंग लास की भरपाई और उपचारात्मक शिक्षण हेतु सेतु पाठ्यक्रम का अगला चरण है नवाजतन अभियान- के के यदु बीईओ

भाटापारा -कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान बंद रहे स्कूलों और और शिक्षा सत्र में हुए व्यवधान के पश्चात बच्चों की शिक्षा के स्तर में वृद्धि और अध्ययनरत कक्षा के स्तर के अनुसार शिक्षण क्षमता के विकास के लिए सेतु पाठ्यक्रम के द्वारा कौशल उनय्यन व लर्निंग आउटकम में अभिवृद्धि के दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा नौनिहालों के संरक्षण और संवर्धन हेतु नवाजतन अभियान की शुरुआत की गई है।

एससीईआरटी के संचालक राजेश राणा के मार्गदर्शन में सेतु पाठ्यक्रम 2.0 अभियान के महत्वपूर्ण पहलुओं से शिक्षा अधिकारियों और संकुल समन्वयक को मास्टर ट्रेनरो के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में 10 दिसम्बर को सिमगा और भाटापारा विकासखंड के समस्त संकुल समन्वयको का दो दिवसीय प्रशिक्षण सत्र विकासखंड भाटापारा में संपन्न हुआ।विकास खंड शिक्षा अधिकारी के के यदु ने बताया एससीईआरटी, राजीव गांधी शिक्षा मिशन, जिला शिक्षा अधिकारी सीएस ध्रुव द्वारा प्रदत्त मार्गदर्शन अंतर्गत प्रत्येक विकासखंड में कोरोना काल में हुए लर्निंग लास की भरपाई के लिए शैक्षणिक सत्र के साथ आकलन की खामियों को दूर करते हुए सेतु पाठ्यक्रम माध्यम द्वारा उपचारात्मक शिक्षण के आधारभूत तथ्यों से अवगत कराने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण बेहद लाभकारी व लक्ष्योन्मुखी होगा। संकुल समन्वयको प्रशिक्षण के पश्चात संकुल स्तर पर शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
बीईओ श्री यदु ने बताया सेतु पाठ्यक्रम 2.0 के तहत नवा जतन नामक यह कार्यक्रम उन बच्चों के लिए तैयार किया गया है, जो अपनी पिछली कक्षाओं से निचले स्तर के शैक्षिक स्तर के हैं.नवा जतन कार्यक्रम ऐसे सभी बच्चे जिनका स्तर कक्षा स्तर से कम है, उन्हें कक्षा स्तर तक लाने का प्रमुख उपाय होगा,सभी सीएससी ने गंभीरता से इसका प्रशिक्षण प्राप्त किया है और अपने संकुल में इसके इंप्लीमेंटेशन के लिए भरसक प्रयास करेंगे। आगामी मार्च तक इन सभी बच्चों को जिनका स्तर अपनी कक्षा स्तर से कम है उन्हें कक्षा स्तर तक लाने का लक्ष्य है। इसके लिए प्रत्येक 15 दिन में ऐसे बच्चों के स्तर परीक्षण और उनके स्तर में हो रही वृद्धि के विषय में जानकारी एकत्रित की जाएगी।कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा सेतु पाठ्यक्रम को आधार बनाकर कुछ ऐसी सुझावात्मक गतिविधियां तैयार की गई हैं, जिसके माध्यम से शिक्षक कोरोना के संक्रमण काल के समय बच्चों के शैक्षिक स्तर में हुई गिरावट को तेज गति से ऊपर लाने के लिए इन गतिविधियों का उपयोग कर पाएंगे।संकुल समन्वयको के दो दिवसीय शिक्षण के विभिन्न सत्रों में विभिन्न सत्रों में भाषाई कौशल के विकास के साथ, गणितीय योग्यता में अभिवृद्धि, सीखने की क्षमता में वृद्धि के साथ निदानात्मक और उपचारात्मक प्रशिक्षण के विभिन्न तरीकों, समूह व्यवहार के विभिन्न माध्यमों, समुदाय आधारित शिक्षण समुदाय की भागीदारी, प्रोफेशनल लर्निंग कमेटी की भूमिका एवं शिक्षण में उपयोगिता आदि के संबंध में डाइट रायपुर से पधारे मुख्य प्रशिक्षक आर एल साहू, एल आर वर्मा (एल ओ एस), जिला मास्टर ट्रेनर सुजाता बहल एवं श्री जहीर अब्बास (एपीसी) द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र को सफल बनाने में बीआरसीसी श्री लेख राम साहू, अजीज प्रेम जी फाउंडेशन भाटापारा की टीम के समस्त सदस्य एवं प्रोफेशनल लर्निंग कमेटी के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आगामी दिवसों में संकुल समन्वयको द्वारा संकुल अधीन समस्त शिक्षकों को नवा जतन अभियान के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराते हुए उपचारात्मक शिक्षण 2.0 की योजना को स्कूल स्तर पर लागू किया जावेगा।

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