घोषणाजीवी सरकार के मुख्यमंत्री की ब्रांडिग वाला किताबी बजट- अमर अग्रवाल
वक्त था मुश्किल में तुमने
क्या अच्छा सिलह दिया
कर्ज के लिए कर्ज लेकर
सबको कर्ज में डुबो दिया
शायराना अंदाज़ में बजट पर तंज कसते हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्य सरकार के तीसरे बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व वित्त वाणिज्य और उद्योग मंत्री अमर अग्रवाल ने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य जनता की उम्मीदों को डुबाने वाला बजट पेश किया है। यह बजट भूपेश बघेल की घोषणाजीवी सरकार का कागजी बजट मात्र है जिसका जनता के हितों से कोई विशेष सरोकार नहीं है। राजकोषीय घाटा बढ़ते जा रहा है सरकार जीएसडीपी के 25% की लोन लिमिट का भ्रम फैलाकर बिना विकास योजनाओं में खर्च किये राज्य की जनता पर कर्जो का बोझ लादते जा रही है।उद्योग और सेवा क्षेत्र को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।एजुकेशन और हेल्थ सेक्टर में किये गए प्रावधान नाकाफी हैए कोरोना की चुनौती पूर्ण परिस्थिति में भी सुधारों की बजाए मुख्यमंत्री की ब्रांडिंग करने के लिए घोषणाएं की गई है ए युवाओं के लिए विशेषकर निराश करने वाला बजट रहाएरोजगार और नई भर्ती के लिए ध्यान नही दिया गयाएशासकीय कर्मियों के लिए झुनझुने का भी प्रावधान नही किया गया। वैसे भी विभागों से पहले ही 6% – 10% कटौती वाले प्राक्कलन मंगाए गए थे तो जनता को बजट से पहले ही कोई आशाएं नही थी जो आज सही साबित हुई।गांव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए की गई घोषणाओं को धरातल पर उतारना जरुरी है।छत्तीसगढ़ को गढ़ने के लिए कोई व्यवस्था की जा रही है यह बजट में कहीं दिखाई नहीं पड़ता।।