पुलिस आरक्षक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत,परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप,
हेमंत पटेल की रिपोर्ट
आरक्षक की संदिग्ध परिस्थितियों मे मौत, भाई ने हाई प्रोफाईल मर्डर का लगाया आरोप, जिले के बड़े अधिकारियों पर लगाया आरोप, सक्ती थाना प्रभारी पर जताया संदेह, मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की, आरक्षक भाई के बार बार ट्रांसफर और बर्खास्तगी की धमकी का भी लगाया आरोप।
जांजगीर-चांपा जिले के सक्ती थाना मे पदस्थ आरक्षक पुष्पराज सिंह की लाश संदिग्ध परिस्थितियों मे जांजगीर के केरा रोड पर बिजली के तार से लिपटी हालत में मिली है। घटना बीते देर रात की है देर रात ही पुलिस ने शव मौके से हटा कर जिला हॉस्पिटल के मर्चुरी में रखवा दिया था आज सुबह जब मृतक आरक्षक के भाई जिला हॉस्पिटल पहुॅचे तब उन्होंने इसे हाई प्रोफाईल मर्डर बताया। मृतक आरक्षक पुष्वराज सिंह के भाई जगदीप ठाकुर के शब्दों मे यह एक हाई प्रोफाईल मर्डर है जिसमे विभाग के बड़े अधिकारी संलिप्त है उन्होंने सक्ती थाना प्रभारी रविन्द्र अनंत पर स्पष्ट आरोप लगाया और कहा कि उनका भाई आज सक्ती थाना प्रभारी के किसी बड़े मामले का खुलाशा करने वाला था। जगदीप ठाकुर ने मुख्यमंत्री और गृहमुत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस मामले मे पुलिस ने जांच और कार्यवाई की बात कही है।
आपको बता दें की आरक्षक पुष्पराज सिंह उस वक्त सुर्खियों मे आए थे जब उन्होंने अपने साल भर का वेतन कोरोना से लड़ने मुख्यमंत्री सहायता कोष मे दान कर दिया था जिसके बाद मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने इनकी सराहना की थी साथ ही सोशल मीडिया पर भी तरीफ की थी।
आरक्षक पुष्पराज सिंह पुलिस कर्मियों के हितों की लड़ाई भी लडते थे ये पुलिस कर्मियों के हितों की लड़ाई लड़ने वाले संगठन के प्रमुख चेहरों मे से एक थे। पुष्पराज सिंह लगातार सोशल मीडिया पर भी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ पोष्ट करते थे और छोटे कर्मचारियों के शोषण पर आवाज उठाते थे। उनके इस क्रांतिकारी रवैये की वजह से ही वे 6 बार निलंबित और एक बार बर्खास्त भी किये गये मगर पुनः बहाल हुए। दो पहले भी उन्होंने सक्ती थाना प्रभारी पर सक्ती क्षेत्र मे मोटी रकम लेकर जुआ खिलवाने का आरोप लगाया था।
इस मामले मे जांच अधिकारी एसडीओपी संदीप मित्तल ने पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की परिस्थितियो और आरोपों पर जांच और कार्यवाई की बात कही है।