लाल बत्ती की शह पर चल रहा अवैध रेत का व्यापार- हर्षिता पांडेय.. शहर से लगे घाट पर चांदी काट रहे माफिया.. विभाग के अधिकारी लाचार..
जब कागजों में विकास हो और मौखिक रोक का आदेश ऐसे में प्रदेश की धन सम्पदाओं को भला कौन नही लूटेगा.. खनिज सम्पदाओं की प्रचुरता प्रदेश में है,लेकिन लूट खसौट करने वालों की भी कमी नही है।ऐसा हम नही कह रहे घुटकू का ये रेत घाट देखिए जो प्रतिबंध के बाद भी अधिकारी और नेताओं की सहपरस्ती पर जीवनदायिनी नदियों पर पोकलेन ले जाकर बेखौफ रेत का उत्खनन किया जा रहा है.. जिले में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर रेत का अवैध उत्खनन कर धड़ल्ले से परिवहन किया जा रहा है.. अधिकारियों की संरक्षण में खननकर्ताओं के हौसले बुलंद है.. बकायदा जीवनदायिनी नदियों पर पोकलेन ले जाकर बेखौफ रेत का उत्खनन किया जा रहा है.. रेत उत्खनन पर प्रतिबंध के बावजूद घुटकू में रेत घाट पर रेत का अवैध खनन बदस्तूर जारी है।और विभाग आंखे मुंद शासन के करोड़ों की राजस्व चोरी में सहयोग कर रहा है.. पूरे प्रदेश में 15 अक्टूबर तक रेत घाट पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, लेकिन जिले के घुटकू रेत घाट पर प्रशासन और खनिज विभाग कुछ ज्यादा ही मेहरबान हैं.. जिसके चलते यहां आज भी बेखौफ रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है.. ग्रामीण इलाकों में रेत खनन किए जाने के कारण अरपा नदी का कटाव दिनों दिन बढ़ रहा है.. इससे नदी किनारे बसे गांव को खतरा तो है ही साथ ही रेत खदानों में माफियाओं द्वारा लगातार उत्खनन करने से खदानों की स्थिति दयनीय हो गई है.. बेतहाशा रेत उत्खनन से पर्यावरण पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव भी नदियों के आसपास देखा जा सकता है। खनन माफियाओं द्वारा चलाया जा रहा इस घाट को बंद कराने प्रशासन, विभाग और जनप्रतिनिधि भी बेबस नजर आ रहे हैं.. खनिज विभाग के अधिकारियों की मनमानी और सरकारी मशीनरी की मिलीभगत से खनिज संपदा का दोहन लगातार किया जा रहा है.. मामले में हर्षिता पाण्डेय पूर्व अध्यक्ष,राज्य महिला आयोग ने राजस्व की चोरी, रेत माफियाओं और संरक्षण देने वालों पर कार्रवाई करने मुख्यमंत्री से मांग की है.. बहरहाल जिनके कंधों पर खनिज सम्पदाओं को बचाने की जवाबदारी है वो चुप बैठे हैं.. ऐसे में छत्तीसगढ़ के विपक्ष को बैठे बैठाए मुद्दा मिल जा रहा.. लेकिन खनन माफिया इसका लाभ उठाते हुए खनिज संपदाओं का दोहन कर लाल हो रहे..