कुछ ऐसे गंभीर मामले जिनको थानेदार कर देते थाने से चलता…इनके चलता करने से हो सकती है बड़ी घटना..…बढ़ता अपराधियों का मनोबल….कौन तय करेगा इनकी जवाबदेही…..पुलिस अधीक्षक से शिकायत के बाद सामने आया एक गंभीर मामला…..नीट की तैयारी करने वाले छात्र के साथ गैंगवॉर…. थानेदार की कार्यशैली और लापरवाही का खामियाजा भुगत रहा है पीड़ित बालक और परिवार….

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में इन दिनों जहां जिले के कप्तान रजनेश सिंह पूरी शिद्दत के साथ अपराध पर लगाम कसने के लिए लगातार दिशा निर्देश देकर अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारियों को इस पर अमल करके अपराध और अपराधियों में कानून का डर बने रहे है।जिससे पुलिस की छवि और एक अच्छी पुलिसिंग लेकिन इसके उलट अलग अलग थाने में तैनात थाना प्रभारी पुलिस की छवि और कार्यशैली को लेकर एक सवालिया निशान खड़ा कर आरोपों से घिरकर खाकी को धूमिल करने में आमादा रहते है।

एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां पर एक न्याय के क्षेत्र में कार्यरत अधिवक्ता के बेटे का अपहरण कर मारपीट कर रकम लूटने को लेकर थाने में कार्रवाई नहीं करने पर न्याय पाने के लिए जिले के कप्तान के पास अपनी गुहार लगाए।आपको बताते चले कि पेशे से सिविल का मामला देखने वाले अधिवक्ता ने एक शिकायत दी जिसमें उन्होंने बताया कि उनका बेटा दिनांक 13-12-2024 की शाम 5.20 बजे उसकी कोचिंग में पढ़ने वाला छात्र एवं अन्य 11-12 साथी कोचिंग से 150 मीटर दूर जबरदस्ती ले जाकर मारपीट किया पाकिट में रखे 5000 रु भी लूट लिए इस संपूर्ण घटना के बारे थाना प्रभारी तारबाहर में लिखित आवेदन दिया गया था। आवेदन की न पावती दिया नाही अपराध दर्ज किया गया।इस मामले में मारपीट से चोट ग्रस्त मेरे बेटे का थाना प्रभारी के द्वारा नाही मुलाहिजा कराया गया नाही रोजनामाचा शिकायत दर्ज की गई।कोचिंग में पढ़ने छात्र के माता पिता को बुलाकर उनको क्लीन चिट देकर मामले को चलता कर दिया गया।वही उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि यह कि मेरा पुत्र फिजिक्स वाला कोचिंग सेंटर जो रामा मैग्नेटो माल के सामने है में नीट की तैयारी कर रहा है उसका क्लास 3.30 बजे दोपहर से शाम 7.30 बजे तक चलता है।

मेरे पुत्र को साथ पढ़‌ने वाला छात्र पिछले कुछ दिनों से मारने की धमकी। दे रहा था इस बात की शिकायत मेरा पुत्र दिनांक 13.12.2024 को 3 बजे दोपहर को श्रीकांत वर्मा चौक में स्थित कोचिंग कार्यालय में कार्यरत राजेश वर्मा को मौखिक में बताने पर राजेश वर्मा द्वारा फोन पर छात्र को समझाया गया इस पर छात्र द्वारा फिर कभी ऐसा न करने तथा माफी भी मांगा गया, तब मेरा पुत्र कोचिंग क्लास पढ़ने के लिए चला गया, इस बात से नाराज होकर उसी दिन शाम 5.00 बजे के आसपास छात्र ने अपने 11-12 अन्य साथी को बुलाकर कोचिंग के बाहर मेरे पुत्र का मारने हेतु इंतजार कर रहे वे तथा मेरा पुत्र क्लास खत्म बाहर जाने लगा तभी क्लास में मौजूद लड़का फोन पर छात्र को जानकारी दी की मेरा बेटा क्लास से निकल रहा है।

यह कि जैसे ही मेरा पुत्र कोचिंग से बाहर अपने स्कूटी लेकर निक्ला कि कुछ दूर में इंतजार कर रहे छात्र और 4-5 साथी जिनके हाथ में बेल्ट किकेट के बैट तथा राड रखे वे उनमें से एक मेरे पुत्र की गाड़ी रोककर पीछे बैठ गया तथा व्यापार विहार जाने के लिए दबाव बनाने पर मेरा पुत्र डर गया और उसके बात मानने को विवश हो गया इस तरह सभी लोग उसे 100-150 मीटर आगे ले जाया गया जहां 5-6 अन्य लड़‌के पहले से ही मौजूद वे सभी एकराय होकर हाथ मुक्के हो मारपीट करने लगे, उसके बाद सभी दवाव बना कर पैर छूकर माफी मांगने को विवश किया नहीं तो तेरा मर्डर करेंगे कहकर अश्लील गाली का प्रयोग करते हुए हमारी शिकायत करेगा कहने लगे जिसपर मेरा पुत्र पूरी तरह से डर गया और अपने जान बचाने के लिए सबके पैर छूकर माफी मांगा उसी समय उसके पाकिट में रखे 5000.00रू. को लूट लिये तथ मेरे पुत्र को जाने दिया गया।

संगीन मामला फिर भी लापरवाही

इस पूरे घटना क्रम पर गौर किया जाए तो यह कितना संगीन मामला है।जहां कोचिंग में पढ़ने वाले छात्र बाहरी लड़कों के साथ गैंग बनाकर अपहरण और मारपीट करते हुए लुट की घटना को अंजाम देने में कोई चूक नहीं कर रहे है।वही इस पूरे मामले में वकील ने यह भी आरोप लगाया कि थानाप्रभारी के पास शिकयत लेकर आने के बाद खुद न्याय करते हुए मामले को रफा दफा कर दिए।न्याय नहीं मिलने पर जिले के पुलिस कप्तान के पास न्याय की गुहार लगा रहा हूं।

बहरहाल इस पूरे मामले को लेकर थाना प्रभारी जेपी गुप्ता ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्ष में समझौता हो गया है।सभी नाबालिक है इसलिए सभी की किशोर बोर्ड में काउंसलिंग कराई जायेगी।लेकिन इस मामले को लेकर पीड़ित पक्ष ने फिर से थानेदार की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े करते हुए दबाव की बात कही और दबाव में समझौता करा दिया।वही इस पूरे मामले में दूसरे पक्ष से बड़ी संख्या इनको थाना बुलाकर मेरे और मेरे लड़के के ऊपर दबाव बनाया गया। सूत्र बताते है कि पूरे मामले में सरकारी विभाग के बड़े अधिकारियों के बच्चों के नाम है जिसको दबाने के लिए लेनदेन की भी चर्चा जोरो पर है ।

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