एक साल के अपराधिक मामले….. पुलिस कार्रवाई……पुलिस उपलब्धि.….के साथ रुबरु हुए आई जी संजीव शुक्ला…..
बिलासपुर–लंबित मामले और पिछले एक वर्ष में दर्ज अपराध और उनके निकाल के साथ अपराधों में की गई कार्रवाई पर पुलिस की उपलब्धि लेकर रेंज के आई संजीव शुक्ला ने प्रेस वार्ता कर आंकड़ों के साथ पत्रकारों से मुखातिब हुए।जहां उन्होंने एक वर्ष के अपराध और कार्रवाई को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि बढ़ते अपराधों का मुख्य कारण नशा बनता जा रहा है। हत्या और हत्या के प्रयास जैसे मामलों में बढ़ोतरी के पीछे नशे की बड़ी भूमिका है। इन घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस नशे के अवैध कारोबार पर सख्त कार्रवाई कर रही है। नशीली दवाओं से अर्जित संपत्ति जब्त करने और पूरे गैंग को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। यह बात रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) डॉ. संजीव शुक्ला ने बुधवार को पुलिस लाइन स्थित चेतना हॉल में साल भर की उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में हत्या, हत्या के प्रयास और दुष्कर्म के मामलों में वृद्धि हुई है। इन अपराधों में शामिल लोग या तो नशेड़ी थे या अपराध के समय नशे में थे। नशे के अवैध कारोबार पर लगाम लगाने के लिए पुलिस ने 300 से अधिक मामलों में नशीले पदार्थ जब्त किए हैं। इसके साथ ही नशे के सप्लायर्स और उनकी जड़ों तक पहुंचने का काम किया जा रहा है। उनकी संपत्ति जब्त कर आर्थिक रूप से भी प्रहार किया जा रहा है।
आपराधिक मामले
विगत वर्ष के 1354 अपराध 01 जनवरी 2024 को लंबित थे एवं वर्ष 2024 में 13,127 अपराध दर्ज किये गये। इस प्रकार कुल 14,481 अपराधों में वर्तमान में 1280 अपराध लंबित हैं। वर्तमान में 8.83 प्रतिशत अपराध लंबित हैं।
गश्त पाइंट
रात्रि गश्त के लिये शहर एवं देहात में कुल मिलाकर 45 प्वाइंट निर्धारित किये गये हैं। सभी प्वाइंट में आरक्षकों को रायफल के साथ रात्रि गश्त हेतु लगाया जा रहा है। रात्रि गश्त में प्रतिदिन 2 राजपत्रित अधिकारी जोनल गश्त पर क्रमशः अरपा नदी के बायंे एवं दाहिने ओर लगाये गये हैं। जो कि रात्रि में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहते है।
आपरेशन स्ट्रीट
बिलासपुर जिले में ऑपरेशन स्ट्रीट के तहत प्रत्येक थाना क्षेत्र में पैदल पेट्रोलिंग के माध्यम से सकरी गलियों तक पहंुचकर आसामाजिक तत्वों और गुण्डे बदमाशांे के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए आम जनता तक पुलिस की पहुंच को सुगम बनाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रणनीतिक रूप से चिन्हित थानों को मोटर सायकल प्रदान की गई है। जिसके माध्यम से भी आम जनता तक पुलिस की त्वरित पहुंच की संकल्पना को साकार करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रहार आपरेशन
आर्म्स एक्ट
बदमाशों के खिलाफ जिले में 217 आर्म्स एक्ट के प्रकरण दर्ज कर उनसे 06 नग पिस्टल, 10 देशी कट्टा, 01 रिवाल्वर, 29 जिंदा कारतुस, 215 अन्य धारदार जैसे चाकू, तलवार, गंडासा, फरसा, गुप्ती एवं खुखरी आदि हथियार जप्त किये गये हैं।
वर्ष 2024 में पुलिस द्वारा जिला बदर की कार्रवाई हेतु 50 प्रकरणों में जिला कलेक्टर की ओर प्रतिवेदन भेजा गया है। जिसमें कलेक्टर द्वारा 13 प्रकरणों में जिला बदर हेतु आदेश जारी किया गया है।
आइजी ने बताया कि सीपत में ज्वेलरी की दुकान में हुई चोरी के मामले में पुलिस ने अनूठे ढंग से अपराधियों को पकड़ा। एएसपी अनुज कुमार की टीम ने रेलवे स्टेशन पर एक संदिग्ध के टैटू की मदद से अंतरराज्यीय चोर गैंग का पर्दाफाश किया। पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की गई।
उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर जब्बार गौरी गैंग का पर्दाफाश
दिनांक 11.05.24 को बिलासपुर रतनपुर बाई पास हाईवे के ग्राम बेलमुंडी थाना हिर्री के पास रेड कार्यवाही कर गांजा एवं मवेशी तस्करी के 10 आरोपियों- इमरान कुरैशी, जब्बार गौरी, विनोद कुमार घृतलहरे, तरसेम लाल भगत, अजमेरी पिता कमरूद्दीन, मोहम्मद फरमान, वाजिद कुरैशी, साकिब कुरैशी, नवील खान, दानिश कुरैशी को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जे से एक लोडेड पिस्टल, दो लोडेड देशी कट्टा, 13 जिंदा राउड, 01 खाली खोखा, 02 मैग्जीन एवं धारदार हथियार एवं क्रेटा कार सहित 21 किलो मादक पदार्थ गांजा बरामद किया गया। मवेशी तस्करी में उपयोग होने वाले 02 ट्रकों को जप्त किया गया।
जन भागीदारी से अपराध मुक्त समाज की परिकल्पना को लेकर बिलासपुर पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग के अंतर्गत जिले में कार्यक्रम चेतना ’’अतुलनीय बिलासपुर सुरक्षित बिलासपुर’’ चलाया जा रहा है। ‘‘चेतना’’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जन भागीदारी से अपराधों पर नियंत्रण, महिलाओं/बच्चों से संबंधित अपराध व सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। साथ ही सायबर फ्राड, धोखाधड़ी और संगठित अपराध पर नियंत्रण हेतु जन जागरूकता, युवा और बच्चों के लिए ‘‘आओ संवारें कल अपना‘‘ ध्येय वाक्य रखते हुए उन्हे नशा से मुक्त कर एक अच्छा नागरिक बनने के लिए उन्हें प्रेरित करने का महत्वपूर्ण कार्य सामुदायिक पुलिसिंग के इस कार्यक्रम में बिलासपुर पुलिस द्वारा किया जा रहा है। इसके लिये ‘चेतना मित्र समिति‘‘ का गठन किया गया है। पोस्टर और फ्लैक्स, ‘‘आओ संवारे कल अपना‘‘ तथा ‘‘खून की एक बूंद सड़क पर नहीं‘‘ माध्यम से ध्यानाकर्षित कर जन भागीदारी से अपराध नियंत्रण किया जा रहा है। चेतना विरूद्ध सायबर फ्रॉड, चेतना विरूद्ध महिला एवं बाल अपराध, चेतना विरूद्ध दुर्घटना संबंधी अपराध, चेतना विरूद्ध नशा, चेतना विरूद्ध संगठित अपराध के लिये कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं। इस मुहीम में अब तक लगभग 1200 कार्यक्रम इन विषयों पर आयोजित किये गये हैं तथा चेतना के उक्त विषयागत कार्यक्रमों में अब तक लगभग 50000 लोग लाभान्वित हुये हैं तथा इस माध्यम से लोगों को एक दूसरे से भी अपराध से बचाव, अपराध के नियंत्रण हेतु किये जाने वाले उपाय की जानकारी समाज में फैल रही है। ‘‘चेतना’’ कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर श्री रजनेश सिंह स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों की समस्यायें सुनकर उनका त्वरित निदान एवं सलाह देकर जन जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। चेतना की इस मुहीम का परिणाम जिले में अपराधों के नियंत्रण के रूप में देखा जा रहा है।