एवीम में आध्यात्मिक योग स्पिकमैके कार्यक्रम स्वामी त्यागराज की सव्याख्यान प्रस्तुति…..योग से ही सकारात्मक ऊर्जा की उत्पत्ति सम्भव -स्वामी त्यागराज……

बिलासपुर –शुक्रवार 1 अगस्त 2025 को एवीएम सैनिक स्कूल में एक विशेष योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका संचालन बिहार स्कूल ऑफ योगा के योग शिक्षक स्वामी त्यागराज द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों को शारीरिक , मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना तथा नियमित योगाभ्यास की प्रेरणा देना था।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना से हुई, जिसके पश्चात योग शिक्षक ने मस्तिष्क को क्रियाशील बनाने के लिए विभिन्न योगासनों का अभ्यास कराया, जिसमें ध्यान मुद्रा , हृदय मुद्रा , ओम का उच्चारण , सिंह गर्जनासन ,एक पाद प्राणासन आदि प्रमुख रहे। प्रतिभागियों ने पूरी उत्साहपूर्वक इन योग क्रियाओं में भाग लिया और योग के लाभों को गहराई से महसूस किया।

योग शिक्षक ने योग के वैज्ञानिक पहलुओं को सरल भाषा में समझाते हुए यह बताया कि नियमित योगाभ्यास से तनाव और मानसिक भटकाव को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने ध्यान एवं प्राणायाम के अभ्यास से मानसिक एकाग्रता एवं शांति के महत्व को भी समझाया। उन्होंने जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने के लिए प्रेरित करते हुए – हरिओम , हैव नो होम गीत को बच्चों के सामने प्रस्तुत किया और विद्यार्थियों के साथ लयबद्ध गायन भी किया ।इस गीत के माध्यम से उन्होंने विद्यार्थियों को खुश रहने का मूलमंत्र दिया ।

कार्यक्रम में विद्यालय के प्रबंधक डॉ . अजय श्रीवास्तव , निदेशक एस के जनास्वामी , प्रधानाचार्या जी आर मधुलिका , शिक्षकगण, एवं छात्र-छात्राओं की सक्रिय सहभागिता रही ।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक डॉ अजय श्रीवास्तव ने कहा कि हर व्यक्ति को हमेशा प्रसन्न रहना चाहिए क्योंकि हमारी प्रसन्नता और सकारात्मक दृष्टिकोण हमारे जीवन में आने वाली कठिनाइयों को आसान बना देती है ।
विद्यालय के निदेशक एस के जनास्वामी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि – प्रसन्नता और सकारात्मकता का सामंजस्य , सभी समस्याओं का सरलतम समाधान है । इसलिए विद्यार्थी जीवन में इन दोनों का समायोजन आवश्यक है ।

अंत में विद्यालय की ओर से योग शिक्षक को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विद्यालय की प्रधानाचार्या जी आर मधुलिका ने कहा कि विद्यार्थियों को स्वयं को एकाग्र रखने के लिए दैनिक रूप से इन योग आसनों का अभ्यास करना चाहिए । इस अवसर पर सभी उपस्थितजनों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने जीवन में योग को अपनाकर स्वस्थ और संतुलित जीवन की ओर अग्रसर होंगे।

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