सराफा एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने जताया आभार… प्रदेशभर में जागो ग्राहक जागो अभियान हुआ सफल….मुहिम से बदली लोगों की सोच… इस वर्ष स्थानीय व पारंपरिक सराफा दुकानों से लोगो ने खरीदा सोना…

बिलासपुर– सराफा संघ के द्वारा दीपावली के पूर्व पूरे प्रदेशभर में जागो ग्राहक जागो अभियान की एक अभिनव पहल करते हुए इसे आम जनमानस तक पहुंचाने में सफल हुए और यह योजना एक मिसाल के साथ एक नए आयाम के साथ अपनी अलग पहचान बनाई।अध्यक्ष कमल सोनी ने ग्राहकों से कहा सोना खुद एक ब्रांड है, किसी नाम की मोहताज नहीं प्रदेश के सर्राफा व्यापारियों द्वारा चलाया गया ग्राहक जागरूकता अभियान अब रंग लाने लगा है।

पिछले कुछ महीनों से लगातार चल रही इस मुहिम ने आम लोगों की सोच में सकारात्मक बदलाव किया है। सर्राफा एसोसिएशन के नेतृत्व में लोगों को यह समझाया गया कि सोना किसी ब्रांड की मोहताज नहीं होता। वह स्वयं में ही एक ब्रांड है।

प्रदेश सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल सोनी ने बताया कि हाल के दिनों में कुछ बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां अपने ब्रांड नाम से सोना बेचने की कोशिश कर रही थीं। लेकिन सर्राफा एसोसिएशन द्वारा समय रहते लोगों को सचेत किया गया और ग्राहकों को यह संदेश दिया गया कि सोने को किसी कंपनी या ब्रांड की पहचान की आवश्यकता नहीं है, उसकी शुद्धता और पारदर्शिता ही उसकी असली पहचान है।
उन्होंने कहा कि कंपनियां आकर्षक विज्ञापनों, भारी-भरकम मेकिंग चार्ज फ्री और झूठे ऑफ़र के ज़रिए ग्राहकों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही हैं। लेकिन अब ग्राहक जागरूक हो चुके हैं और इस वर्ष दीपावली पर अधिकतर लोगों ने अपने पुराने और विश्वसनीय स्थानीय सर्राफा व्यापारियों से ही सोना खरीदा है।

एसोसिएशन के अभियान के अंतर्गत “जागो ग्राहक जागो” का संदेश घर-घर तक पहुंचाया गया। संगठन के सभी सदस्यों ने पूरे उत्साह से इस अभियान में भाग लिया। नतीजतन, इस वर्ष स्थानीय बाजारों में पारंपरिक सर्राफा दुकानों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जबकि बड़ी-बड़ी कंपनियों के शोरूम में अपेक्षाकृत कमी देखने को मिली।

अध्यक्ष कमल सोनी ने इस जनजागरूकता की सफलता के लिए प्रदेश के सभी ग्राहकों को धन्यवाद देते हुए कहा…
आप सभी ने यह साबित किया है कि विश्वास किसी ब्रांड का नहीं, बल्कि पारदर्शिता और ईमानदारी का होता है। हम वचन देते हैं कि अपनी विश्वसनीयता और शुद्धता पर कभी आंच नहीं आने देंगे। आप निश्चिंत होकर स्थानीय सुनारों से सोना खरीदें।”

उन्होंने आगे कहा कि सोना केवल धातु नहीं, बल्कि विश्वास और परंपरा का प्रतीक है। बड़ी-बड़ी कंपनियों के प्रलोभनों से बचें और अपने स्थानीय सर्राफा व्यापारियों पर भरोसा बनाए रखें।अंत में, श्री सोनी ने सभी ग्राहकों, व्यापारियों और प्रदेशवासियों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा यह दीप पर्व आपके जीवन में खुशहाली, समृद्धि और उजाला लेकर आए। सोना वही खरीदें जहाँ भरोसा और शुद्धता दोनों मिले।

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