बिलासपुर का नगर निगम हुआ बेहाल एक ओर आईलैंड तोड़कर व्यवस्था बना रहा वहीं दूसरी ओर बीच सड़क
छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर का नगर निगम इन दिनों बिलासपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है लेकिन उसकी यह मेहनत सिर्फ तोड़फोड़ तक ही सीमित नजर आ रही हैक्योंकि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम के शहर के रास्तों को स्मार्ट बनाने की है। लेकिन नगर निगम इसमें भी फेल होता नजर आ रहा है। शहर के सबसे व्यस्ततम राह सदर बाजार में नगर निगम की लापरवाही खुलकर देखने को मिल रही है।एक ओर पिछले दिनों यातायात व्यवस्था के नाम पर मगर पर स्थित हॉलैंड को तोड़कर विवाद मोड लेने वाला नगरनिगम शहर के बीचोबीच बाजार के मध्य करोना चौक पर मलबे का आइलैंड बनाकर आने जाने वाले शहर की जनता को परेशान करने से बाज नहीं आ रहा एक तरफ जहां स्मार्ट सिटी के तर्ज पर मिट्टी तेल गली को चौड़ीकरण के नाम पर नगर निगम गरीब लोगों को उनके आशियाने से हटा कर तोड़फोड़ कर रहा है।वहीं दूसरी ओर शहर के सबसे जरूरी मार्ग पर उसकी एक भी चलती नहीं दिख रही है सदर बाजार शहर का सबसे प्रमुख रास्ता है जो कि शहर को एक छोर से दूसरे छोर तक जोड़ता है और यहां बाजार लगने की वजह से आए दिन जाम की स्थिति पैदा होती रहती है।
लेकिन रास्ते जाम हटाना तो दूर की बात नगर निगम द्वारा उसी रास्ते के बीच में मलबे का आईलैंड बना दिया गया है। बता दे कि सदर बाजार के बीच 2 माह पूर्व पानी का पाइप लाइन फूट गया था लेकिन लाख प्रयासों के बाद भी नगर निगम उस लीकेज को पकड़ने में नाकाम रहा था लेकिन कल काम के दौरान नगर निगम के कर्मचारियों को वाले कर्ज मिला जिसके बाद उन्होंने पानी के पाइप लाइन के लीकेज को ठीक किया लेकिन एक व्यवस्था दुरुस्त करने के बाद सड़क की व्यवस्था फिर से बत्तर कर नगर निगम के कर्मचारी वहां से निकल गए। ऐसे में उम्मीद लगाई जा सकती है कि।स्मार्ट सिटी के तर्ज पर नगर निगम आखिर किस तरह सिर्फ तोड़फोड़ की कार्रवाई का काम कर रहा है और शहर के लोगों के नाक में दम करने से बाज नहीं आ रहा।