चार साल में 1.56 लाख शवों को ‘मुक्तांजलि’ ने पहुंचाया घर
रायपुर। अस्पताल से घर तक शव को ससम्मान ले जाना परिजनों के लिए मुश्किल और खर्चीला होता है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी अस्पतालों से पार्थिव शरीर को घर तक पहुंचाने के लिए ‘मुक्तांजलि’ निःशुल्क शव वाहन सेवा टोल फ्री नंबर-1099 उपलब्ध कराई गई है। ‘मुक्तांजलि’ निःशुल्क योजना के तहत बीते चार सालों में (2018 से नवंबर 2022 तक) कुल 1.56 लाख से अधिक मृतकों को ससम्मान उनके घर तक पहुंचाया गया है।
114 वाहनों के जरिए निःशुल्क सेवा का लाभ जरूरतमंदों को दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। राज्य नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन ने बताया कि जरुरतमंदों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 1099 निःशुल्क मुक्तांजलि शव वाहन सेवा उपलब्ध है। लोग टोलफ्री नंबर 1099 पर या टोलफ्री नंबर 104 पर कॉलकर उपरोक्त सेवा का लाभ ले सकते हैं।
मुक्तांजलि एंबुलेंस सेवा का संचालन करने वाली संस्था
‘कम्युनिटी एक्शन थ्रू मोटीवेशन प्रोग्राम’ (सीएएमपी-कैंप) छत्तीसगढ़ की प्रमुख प्रियंका द्विवेदी ने बताया कि 1 अप्रैल 2022 से 30 नवंबर तक इन आठ महीने में कुल 35,513 मृतकों के शव को ससम्मान उनके घरों तक पहुंचाया गया है।