छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट अधिकारियों की सूची में टॉप पर है कोरबा के अधिकारी

कोरबा। प्रदेश के 90 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार, आय से अधिक संपत्ति की शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर हाईकोर्ट को चिट्ठी लिखी गई है. पत्र में एसीबी’ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि एसीबी के अफसर जानबूझकर प्रकरणों का खात्मा कर रहे हैं।

दरअसल भ्रष्ट अधिकारीयो जिनके खिलाफ कार्यवाही नही होती उनमें पसान उपतहसील में पदस्थ नायाब तहसीलदार सुशील कुमार कुलमित्र छत्तीसगढ़ के भ्रष्ट अधिकारियों की सूची में सबसे टॉप पर है उनके खिलाफ कोरबा में भी सरकारी जमीन की अवैध बिक्री का मामला कलेक्टर कोरबा के समक्ष लंबित है परंतु आश्चर्यजनक रूप से मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुआ है ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई ना होना इनके हौसले बुलंद करता है ऐसे ही अधिकारी दीमक की तरह पूरे सिस्टम को चट कर जाते हैं दरअसल पसान एरिया में भी इनके करामातो से जनता में भी अच्छा खासा आक्रोश है सुशील कुमार मित्र नायाब तहसीलदार के पसान उप तहसील में पदस्थ होने के बाद पसान उप तहसील दलालों का अड्डा बन गया इसको इस बात से भी समझा जा सकता है सरकारी भूमि पर कब्जे किए माफियाओं पर उप तहसील के पसान में केस तो चलाए जाते हैं किंतु कार्रवाई कुछ नहीं ! केस का चलाना किंतु उस पर किसी प्रकार की कार्यवाही न होना सीधे-सीधे लेनदेन कर मामले को रफा-दफा करने को प्रदर्शित करता है |

Related Articles

Back to top button