छत्तीसगढ़ में दोहराया गया निर्भया कांड, युवतियों ने संचालक पर लगाया गंभीर आरोप, पढ़िए पूरी ख़बर।
बिलासपुर : छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर का मामला है बिहार के मुज्जफरपुर जैसा कांड बिलासपुर में हो गया। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है कि उज्ज्वला गृह की युवतियों ने संचालक जितेंद्र मौर्य और कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं । उज्ज्वला गृह के संचालक को सरकंडा पुलिस ने आरोपी मानकर गिरफ्तार कर ही लिया । आरोपी के साथ पुलिस की साँठगाँठ के आरोप भी लगे। दिल्ली में निर्भया कांड के बाद CPRC के प्रावधान में यह स्पष्ठ है कि महिला से सम्बंधित अपराधों में तत्काल अपराध दर्ज कर कार्यवाही करना है । बरहाल अच्छी खबर यह है कि है कि सरकंडा थाना क्षेत्र के राजकिशोर नगर स्थित उज्ज्वला गृह में दुष्कर्म,निवस्त्र कर कमरे में बंद करने व मारपीट जैसे गम्भीर मामलो का मुख्य आरोपी जितेंद्र मौर्य को गिरफ्तार कर लिया गया है ।
मामला सामने आने के बाद अब यह मामला लगातार सुर्खियों में है। इस मामले में युवतियों का बयान कोर्ट में दर्ज किया गए। इस बीच तीन युवतियों में से एक युवती के गायब होने की सूचना से भी पूरा महकमा सकते में आ गया है । युवती के परिजन भी युवती के अचानक घर से गायब होने के संदर्भ में कुछ भी बोल नहीं पा रहे हैं । इससे पहले सरकंडा थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद युवतियां आईजी के समक्ष भी पहुंचीं थी और आईजी से मदद की गुहार लगाई थी । युवतियों ने उज्ज्वला गृह में शारीरिक व मानसिक शोषण के अलावा पैसों की माँग के गम्भीर आरोप लगाए हैं । युवतियां खुद को कैद करने के भी आरोप लगा चुकीं हैं । इस बीच युवतियों के गम्भीर आरोप के बाद जिला विधिक प्राधिकरण ने युवतियों को विधिक सहायता पहुंचाने को लेकर एसपी से प्रतिवेदन की मांग की है । पुलिस का कहना है कि युवतियों के पुलिस के बीच और मीडिया के समक्ष दिए गए बयानों में बदलाव है इसलिए युवतियों को कोर्ट में अपना 164 के तहत बयान दर्ज कराने का आदेश जारी किया गया था । जांच की प्रक्रिया पूरी होने तक महिला एवं बाल विकास विभाग ने उज्ज्वला गृह को फिलहाल सील भी कर दिया है । हालाकि कानून के नियमो का हवाला देते मामले की जांच कर रही महिला अधिकारी ने पीड़ितों को ले गए अस्पताल के बारे में बताने से इनकार कर दिया । जबकि पुलिस से इंसाफ नही मिलने के आरोप लगाते हुए पीड़ितों ने मीडिया से इंसाफ देने की गुहार लगाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की थी और उज्ज्वला गृह का काला सच सामने लाया था ।