वर्षों से स्थाई जाती प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे बैगा जनजाति के लोगों को एसडीएम के आश्वासन के बाद खिले चेहरे

बिलासपुर जिले के कोटा तहसील के अंतर्गत 26 ग्राम पंचायतों से वनांचल में निवासरथ 58 पारा मोहल्ले गांव के बैगा जनजाति के 64 छात्र-छात्राएं जो कि 12वीं पास है,उन सभी अभ्यर्थियों का जाति प्रमाण पत्र की आवश्यकता के लिए के एसडीएम कार्यालय कोटा में, टी .आर भारद्वाज से जाती स्थाई प्रमाण पत्र के विषय में विस्तृत चर्चा की गई।एसडीएम ने बैगा जनजातियों की समस्त गांव के निवासरत बैगा परिवारों की एक सर्वे सूची तैयार करने की सुझाव दिये।

वहीँ गांव और पंचायत के सरपंच सचिव को बैगा समाज के गांव के मुखिया के द्वारा प्रमाणित करते हुए सर्वे सूची को जल्द से जल्द तैयार कर सूची के अनुसार क्षेत्र में समस्त बैगा छात्र छात्राओं का स्थाई जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया जाएगा।

उसके पश्चात जिन छात्र-छात्राओं के भूमिहीन होने के नाते कोई सरकारी दस्तावेज में कमी होने के नाते उनकी ग्राम सभा के माध्यम से पटवारी और ग्राम पंचायत की सरपंच सचिव तहसीलदार के द्वारा आने वाले परेशानियां को दस्तावेज में सुधार करते हुए जाति प्रमाण पत्र जल्द प्रस्तुत करने की बात कही। वहीँ चर्चा में एसडीएम ने समाज के लोगों को बताया की 2013 में जाति प्रमाण पत्र संबंधी छात्र शैक्षणिक प्रमाण जाति प्रमाण पत्र के लिए पटवारी व सरपंच सचिव के माध्यम से जाति प्रमाण पत्र जारी करने की अधिनियम में प्रावधान है। इस आदेश की कॉपी को समस्त सचिव व पटवारियों के माध्यम से सभी आमजन तक जानकारी पहुँचाने की बात कही।

साथ में बैगा समाज के जिन बच्चों को शैक्षणिक सत्र में दिक्कततिया आ रही है ,तो उन सभी लोगों का , कोटा एसडीएम ने जिम्मेवारी लेते हुए इन बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं किया जाएगा इस इस संदर्भ में आवेदन पत्र की तीन प्रारूप आवेदन बैगा समाज के प्रमुखों को दिया गया और 2008-9 में ट्राइबल डिपार्टमेंट के द्वारा पीवीटीजी,का जो सर्वे किया गया था उन सर्वे सूची को कलेक्ट करने के लिए कहीं, गई ग्रामवासियों के द्वारा किए गए सर्वे सूची 2008- 2009 में सरकार के द्वारा की गई सर्वे सूची के अनुसार , सभी बैगा जनजाति के लोगों का स्थाई जाति प्रमाण पत्र बनाने का आश्वासन दिया गया।

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