छत्तीसगढ़ में सादगी के मनाया गया पोला.. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रविंद्र सिंह ने दी प्रदेश वासियों को बधाई..
भाद्रपद अमावस्या होने के कारण आज छत्तीसगढ़ में पोला तिहार पर्व मनाया गया, हालांकि कोरोना काल के कारण इस बार पोला तिहार पूर्व के हिसाब से उतनी धूमधाम से नहीं मनाया गया.. पोला पर्व को लेकर किसानों में उल्लास ज्यादा देखा जाता है इस पर्व में किसान अपने कृषि कार्य के सहयोगी बैलों की पूजा करते हैं.. इस दिन खेतों में जुताई का काम बंद रहता है मिट्टी से बने खिलौनों की पूजा भी की जाती है.. बैल किसानों के जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है.. इन जानवरों को धन्यवाद देने और उनकी कड़ी मेहनत का जश्न मनाने के लिए, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के किसान बेल पोला का त्योहार मनाते हैं.. बिलासपुर शहर समेत ग्रामीण इलाकों में भी पोला का त्यौहार सादगी के साथ मनाया जा रहा है..
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और पूर्व कांग्रेस शहर अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने समस्त प्रदेश वासियों को पोला त्यौहार की शुभकामनाएं और बधाई दी है.. रविंद्र सिंह ने कहा कि.. छत्तीसगढ़ किसान प्रधान प्रदेश है और आज भी छत्तीसगढ़ के अधिकांश इलाको में पारंपरिक खेती की जाती है.. आज भी अनेक किसान खेतों की जुताई के लिए बैलों का प्रयोग करते हैं और जुताई हो जाने के बाद उन्हें धन्यवाद देने के स्वरूप में पोला मनाया जाता है.. बिलासपुर शहर के ग्रामीण समेत शहरी इलाकों में भी पोला को सादगी से मनाया जा रहा है..