महीनेभर से सिरगिट्टी के राजस्व अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत निगम को लग रहा चुना.. निगम कमिश्नर गहरी नींद में..
बिलासपुर के नगर निगम क्षेत्र विकसित होने पर सिरगिट्टी को भी सम्मिलित किया गया है.. जिसमें कि इन दिनों राजस्व अधिकारी व ठेकेदार की मिलीभगत से राजस्व कि क्षति पहुंचाने का खेल जोरों पर जारी है.. नगर निगम जोन क्रमांक 2 सिरगिट्टी पर इन दिनो नगर निगम को राजस्व को चूना लगाने का खेल जोरों पर जारी है.. लगभग 1 माह पूर्व से सिरगिट्टी पर जल आवर्धन योजना के तहत कार्य किया जा रहा है.. जिसके अंतर्गत सिरगिट्टी पर दो पानी टंकी बनाई जानी है.. एक टंकी 1 लाख 75 हजार लीटर व दूसरा टंकी 1 लाख 50 हजार लीटर क्षमता वाली टंकी का निर्माण किया जाना है.. अभी वर्तमान में वार्ड क्रमांक 11,12 सिरगिट्टी पर कार्य चल रहा है.. जिसमें कि जमीन खोदकर पाइप बिछाया जा रहा है यह कार्य पूरे वार्डों में किया जाना है.. ठेकेदार के एक कर्मचारी ने बताया कि.. वह और उसके साथी कर्मचारी कार्य करने के बाद शाम को सिरगिट्टी पर स्थित सांस्कृतिक भवन में जाकर रहते हैं.. उसने यह भी बताया कि पिछले 1 माह से सांस्कृतिक भवन का उपयोग वह लोग कर रहे हैं ठेकेदार के लगभग 15 कर्मचारी रहते हैं..
जोन क्रमांक 2 सिरगिट्टी मैं पार्षदों की सेटिंग से कर्मचारियों को भवन फ्री में उपलब्ध कराकर नगर निगम को लाखों का चूना लगाने का काम किया जा रहा है.. इस संबंध में जब सिरगिट्टी जोन क्रमांक 2 की राजस्व अधिकारी रूपा सोनी से सांस्कृतिक भवन के उपयोग हेतु ठेकेदार द्वारा लिए गए परमिशन के बारे में जानकारी लिया गया तब उनका कहना था कि.. ठेकेदार के कर्मचारियों के द्वारा सांस्कृतिक भवन का उपयोग कब से किया जा रहा है.. उसकी जानकारी मुझे नहीं है.. एक जिम्मेदार अधिकारी का इस तरह से गैर जिम्मेदाराना बयान देना यह बताता है कि वह अपने काम के प्रति कितनी लापरवाह है.. क्योंकि एक आम नागरिक को 1 दिन उपयोग हेतु सांस्कृतिक भवन बुक करने के लिए दफ्तर व अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं और शासन के नियमानुसार निर्धारित की गई शुल्क जमा करना पड़ता है.. तब कहीं जाकर उन्हें नियम एवं शर्तों के अधीन रखकर एक दिन उपयोग करने के लिए सांस्कृतिक भवन दिया जाता है.. लेकिन यहा के मामले पर कुछ ऐसा प्रतीत हो रहा है कि.. ठेकेदार को खास होने का खास लाभ दिया जा रहा है.. या फिर यूं कहें कि राजस्व अधिकारी व ठेकेदारी की सांठगांठ कर राजस्व को क्षति पहुंचाए जा रहा है.. प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम क्षेत्र से जुड़ने के बाद सिरगिट्टी सांस्कृतिक भवन का किराया दर बढ़ चुका है सभी टैक्स मिलाकर 1 दिन का किराया लगभग 4 हजार रुपय है.. इस हिसाब से अगर देखा जाए तो जोन क्रमांक 2 सिरगिट्टी को राजस्व अधिकारी व ठेकेदार ने मिलीभगत कर लगभग एक लाख 20 हजार की राजस्व क्षति अब तक पहुंचाई है.. मामले पर जोन कमिश्नर से फोन पर जानकारी लेनी चाही गई तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.. वहीं पूरे मामले में नगर निगम कमिश्नर आप भी नींद में नजर आ रहे हैं शहर मेंं किसी भी मामले में जब उनसे जानकारी ली जाती है तो हर मामले में वे अपनी अनभिज्ञता जाहिर कर देते हैं.. इस मामले में भी उनका जवाब उम्मीदों के अनुरूप ही निकला.. मामले पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नहीं है और निगम कमिश्नर से बात कर एक कुछ बता पाऊंगा.. साफ है कि.. जिस भवन का 1 दिन का किराया लगभग ₹4000 पड़ता है उस भवन को महीने भर से उपयोग किया जा रहा है और जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं है इससे उम्मीद लगाई जा सकती है कि बिलासपुर नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी अपने काम को लेकर कितने सजग और जिम्मेदार होंगे