यहां इंसान नहीं बल्कि सिस्टम ही मर चुका है… मानवता शर्मसार ,प्रोटोकॉल का उल्लंघन ,सरकारी सिस्टम पर करारा तमाचा
हेमंत पटेल की रिपोर्ट
जांजगीर चांपा- कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाती अगर तस्वीरें आपको देखनी है तो जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ की जहाँ मृतक दाउ राम पटेल, उम्र 80 साल ,पामगढ थाना के डोंगकोहरौद का रहने वाला है,यह तस्वीरें देखिए जहां सरकारी सिस्टम को आईना दिखाने के लिए यह तस्वीर काफी है यह कहने के लिए काफी है कि साहब आपके इस लचर सिस्टम में सुधार की जरूरत है क्योंकि यहां इंसान नहीं बल्कि यहां पूरा का पूरा सिस्टम ही मर चुका है। दरसल में यहां एक वृद्ध की कोरोना से मौत के बाद प्रशासन ने उसके अंतिम संस्कार से बचने के लिए कोविड गाइडलाइन को दरकिनार कर दिया|अफसरों ने मृतक के परिजनों को शव सौंप दिया। मृतक के परिजन शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में डालकार घर ले गए। इस पूरे मामले में गौर करने वाली बात यह रही कि मृतक के परिजनों ने इस दौरान पीपीई किट तक नहीं पहनी थी।
मामला पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है| कोविड के इलाज के दौरान यहां 80 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। इसके बाद नियम के अनुसार प्रशासन की ओर से उनकी देख-रेख में मृतक का अंतिम संस्कार होना था। लेकिन अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाने के लिए प्रशासन ने शव परिजनों को सौंप दिया।
परिजनों को अस्पताल प्रबंधन की ओर से मुक्ति वाहन भी नहीं दिया गया। इसके कारण परिजन ट्रैक्टर में शव को ले गए इस मामले में जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एसआर बंजारे से हमने इसकी जानकारी जुटानी चाही, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया है।
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद जिले में एक बार फिर स्वास्थ्य अमला और जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है।