भाजपा के सुशासन और पुलिस विभाग की फजीहत करने वाले थाना प्रभारी पर आईजी ने गिराई गाज.. कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन हुए सस्पेंड…..

बिलासपुर– न्यायधानी बिलासपुर में रेंज के आईजी हो या फिर जिले के पुलिस कप्तान कानून व्यवस्था को लेकर पूरी गंभीरता के साथ लगातार अपने मातहत पुलिस कर्मचारियों को समय समय पर बेहतर पुलिसिंग के साथ अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने को लेकर कार्रवाई के लिए निर्देशित करते है।इन्हीं सब को देखते हुए हाल में ही कोनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत लोफंदी गांव में पिछले महीने चुनावी पार्टी के दौरान आठ से नौ ग्रामीणों की मौत हो गई थी,इस घटना के सामने आने के बाद जहरीली शराब और विषाक्त भोजन के सेवन की बात सामने आई थी।उसके बाद पुलिस के आला अधिकारी गंभीरता से लेते हुए अवैध महुवा शराब बनाने और बेचने वाले के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए।इस आदेश में अवैध शराब पर कार्रवाई भी कोनी पुलिस के द्वारा की गई।जहां पर पुलिस ने सात आरोपियों को जेल भेज दिया गया।लेकिन पकड़े गए शराब कारोबारियों के पिछले अपराध की जानकारी थाना प्रभारी के द्वारा न्यायालय में नहीं देने पर इनको इसका लाभ मिला और सभी आरोपियों को न्यायालय से जमानत मिल गई और बाहर आ गए।आरोपियों के बाहर आने से पुलिस कार्यशैली को लेकर सवालिया निशान लगने लगे।जिसके बाद पुलिस विभाग ने इस मामले को लेकर विभागीय कार्रवाई करते हुए कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है। मामले की विवेचना में गंभीर लापरवाही बरतने के कारण आईजी संजीव शुक्ला ने यह कार्रवाई की।इसके अलावा, पांच विवेचकों पर भी कार्रवाई करते हुए प्रत्येक पर 500-500 रुपये का अर्थदंड लगाया गया है। बताया जा रहा है कि जांच के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।आईजी शुक्ला ने साफ किया कि विवेचना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों पर आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button