आरके मिश्रा के खिलाफ एनएसयूआई ने खोला मोर्चा,आपराधिक प्रकरण दर्ज करने एवं निलंबन की माँग

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है लेकिन कांग्रेस के राज में अधिकारियों की तानाशाही के खिलाफ एनएसयूआई ही खड़ी हो गई है।मामला राज्य के पाठ्य पुस्तक निगम के वरिष्ट वित्त प्रबंधक आरके मिश्रा के विरुध्द है जहां पर एनएसयूआई आरके मिश्रा के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने एवं निलंबन करने की माँग कर रही है।भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष भावेश शुक्ला ने पाठ्य पुस्तक निगम के वरिष्ट वित्त प्रबंधक आर॰के॰ मिश्रा के द्वारा सरकारी वाहन का दुरुपयोग करते हुए लागबूक में झूठी जानकारी देने का आरोप लगाया है और इसकी शिकायत शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेम सिंह टेकाम से शिकायत की है साथ ही पूरे मामले में आरके मिश्रा द्वारा गुमराह किये जाने के पर आपराधिक मामला दर्ज कर निलंबित किये जाने मांग कर रहे।इस पूरे मामले की शिकायत ने पाठ्य पुस्तक निगम के संचालक अरविंद पांडेय से भी की है।छतीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम के वरिष्ठ प्रबंधक वित्त आर के मिश्रा 7 महीने में 18 हजार 500 किलो मीटर की यात्रा शाशकीय वाहन से बिलासपुर से रायपुर और रायपुर से बिलासपुर के बीच की है।।कोरोना काल मे जहा दुनिया चिंतित थी,कोरोना में बिना पास के आने जाने में दिक्कत थी तब आरके मिश्रा बिना अनुमति के आना जाना करते रहे।।आरके मिश्रा इस दौरान गाडियो को लॉक बुक में खड़ा दिखाते रहे,गाड़ी को कुछ किलो मीटर चलता दिखाते रहे और यह गाड़ी भोजपुरी टोल प्लाजा बिलासपुर के सरगांव से आते जाते रहे ।वित्त विभाग के इस अधिकारी ने लॉग बुक में कूट रचना की।ओर लिखा कुछ और गया कही और।टोल प्लाजा का गाड़ी का पास होने का रिपोर्ट खुद गवाह बन गया है कि वह लगातार सरकारी वाहन चलाने के लिये मनमानी करते रहे ।बतादें की इसके पहले भी आरके मिश्रा की शिकायत एनएसयूआई द्वारा की जा चुकी है ।शिक्षा मंत्री टेकाम ने शिकायत के बाद आश्वसत किया की इस मामले को संज्ञान में लेकर पूरे प्रकरण में जाँच कर उचित कार्यवाही की जाएगी ।

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