शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय में एडमिशन के नाम पर धांधली,छात्रों ने लगाए गम्भीर आरोप

रितेश गुप्ता की रिपोर्ट

कटघोर-कटघोरा का शासकीय मुकुटधर पांडेय महाविद्यालय इन दिनों जमकर सुर्खियां बटोर रहा है,परीक्षा में पास करने व एडमिशन को लेकर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं।दरअसल बीते दिनों एक वाइस आडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था जिसमे कालेज के प्रोफेसर व एक छात्र की वाइस स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती है जिसमे परीक्षा में पास करने पर पैसों के लेनदेन की चर्चा हो रही है।इस वाइस आडियो के वायरल होते ही कालेज में हड़कंप मच गया था।चूंकि मामला कालेज से जुड़ा था इसलिए जिला कलेक्टर श्रीमति रानू साहू ने तत्काल संज्ञान में लिया और जांच टीम गठित कर उक्त मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए थे।लिहाजा जांच टीम द्वारा जांच की जा रही है।

वाइस वायरल मामले की जांच अभी पूरी तरह ठंडी भी नही हुई थी कि छात्रों ने एडमिशन के नाम पर पैसों की मांग का नया मामला उजागर कर बवाल मचा दिया है।आखिर इस ज्ञान के मंदिर में ऐसा क्या चल रहा जो कालेज की प्रतिष्ठा लगातार तार तार हो रही है?12 वी की परीक्षा उतीर्ण कर छात्र कालेज में एडमिशन के लिए पहुँच रहे हैं जहाँ उन्हें निर्धारित एडमिशन फीस के अलावा नई स्किम बताकर अनाप सनाप पैसों की मांग की जा रही है।जिसे सुन छात्र भी भौचक्के हैं।अब इतने पैसे छात्र कहा से अरेंज करे जो नई स्किम की फीस जमा करें।

दरअसल छात्रों के मुताबिक जब वे मुकुटधर महाविद्यालय में एडमिशन के लिए पहुँचे तो उन्हें कालेज के प्रोफेसर तिलक आदित्य नाथ व लेब टेक्नीशियन सूर्यकांत मानिकपुरी द्वारा नई स्किम बताकर छात्रों से नए एडमिशन के लिए हजारों रुपये की मांग की गई।जिस पर छात्र अचरज में पढ़ गए जहाँ एडमिशन फीस 900 से 1000 के भीतर है वहाँ सात से आठ हजार रुपये मांगना जिसका फीस में कोई जिक्र नही रहता है,जिसे सरल भाषा में घुस कहा जा सकता है।अब ऐसे हालात में उन छात्रों का भविष्य अधर में लटकता नजर आ रहा है जो पढ़ाई तो करना चाह रहे पर पैसों की तंगी व इनकी मांग पूरी नही कर पाने के कारण एडमिशन नही ले पा रहे हैं।सूत्रों के मुताबिक जिन छात्रों से एडमिशन के नाम पर पैसे मांगे गए हैं उनमे से कुछ छात्र ऐसे कार्यो का हिस्सा न बनकर आवाज उठाने को तैयार हैं वंही कुछ छात्र सामने तो आना चाह रहे पर एडमिशन हो जाने की वजह से नही आ पा रहे,उन्हें डर है की ले देकर हुआ एडमिशन कही खतरे में ना पड़ जाए।

शिक्षा के मंदिर से इस तरह के वाक्ये सामने आना अपने आप मे शर्मसार कर देने वाले हैं।जो छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने में जरा भी नही कतरा रहे हैं।अगर वास्तव में छात्रों द्वारा दी गई जानकारी में सत्यता है तो ऐसे लापरवाह शिक्षको पर कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए जो कालेज की प्रतिष्ठा को ही दांव पर लगाने में आमादा हैं।इनकी वजह से कई छात्रों का जीवन अधर में लटक जाता है जो पढ़ाई कर अपनी उम्मीदों को पूरा करने में नाकाम रह जाते हैं।जिला दण्डाधिकारी को कॉलेज की गतिविधियों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए लापरवाह शिक्षको पर कार्यवाही करने की नितांत आवश्यकता है जो छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं।

छात्रों की माने तो एडमिशन फीस के नाम पर कालेज में सिर्फ धांधली हो रही है जिस वजह से उन्हें दाखिला नही मिल पा रहा है।निर्धारित फीस की बजाय अनाप सनाप पैसा मांगा जा रहा है।दाखिला नही मिलने से छात्र दर दर भटकने के साथ अन्य कालेजो का मुंह ताकने को मजबूर है।

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