सीईओ को हटाने के लिए सचिवों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन,अध्यक्ष ने बताया सीईओ को योग्य अधिकारी
कोरबा जिले की जनपद पंचायत कोरबा में जनप्रतिनिधियों के आपसी तालमेल ना बैठ पाने के कारण जनपद पंचायत कोरबा की कुर्सी आए दिन सुर्खियों में रहती है कल दिनांक 24 नवंबर को ब्लॉक सचिव संघ इकाई कोरबा द्वारा जनपद सीईओ एसएस रात्रे को 1 सप्ताह के अंदर हटाने शिकायत पत्र कलेक्टर को सौंपा गया है शिकायत में सीईओ द्वारा सचिवों को अभद्र व्यवहार करने एवं सीईओ की कार्यशैली से सचिवों को परेशान होने की बात कही गई है वहीं इस मामले में जनपद सीईओ एसएस रात्रे का कहना है कि सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए एवं कार्यों में तेजी लाने के लिए सचिवों को कहा जा रहा है जिसके कारण सचिवों के द्वारा ऐसी झूठी शिकायतें की जा रही है वहीं देर शाम जनपद अध्यक्ष हरीश कंवर ने अपने लेटर पैड में जनपद सीईओ के समर्थन में सचिव संघ कोरबा इकाई के द्वारा सौंपा गए शिकायत पत्र को झूठा और असत्य बताते हुए एसएस रात्रे को योग्य अधिकारी बताते हुए यथावत रखने पत्र कलेक्टर के नाम लिखा है जिसमें जनपद कोरबा अध्यक्ष हरेश कंवर ने बताया है कि शासन की योजनाओं का तेजी से क्रियान्वयन किया जा रहा है लेकिन कुछ सचिव जो अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभा पाने में असक्षम है इस तरह की झूठी शिकायत को लेकर अपनी कमियों को दबाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसकी प्रतिलिपि छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री क्षेत्रीय सांसद जिला पंचायत सीईओ को भी सौंपा गया है कोरबा जनपद आए दिन विवादों के घेरे में है पहले तो यह मात्र ट्रेनिंग सेंटर के रूप में बन के रह गया था स्थाई सीओ नहीं मिलने के कारण प्रभारी सीईओ के चलते कामकाज प्रभावित रहता था अब जब से नई जनप्रतिनिधि चुनकर आए हैं ।जनप्रतिनिधियों के आपसी तालमेल न बैठ पाने के कारण अभी तक एक भी बैठक जनपद कोरबा में नहीं हो पाई है यही कारण है कि आए दिन जनप्रतिनिधियों के आपसी खींचतान के चलते आए दिन शिकायतों का दौर चालू है और कोरबा जनपद के द्वारा कराए जा रहे ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी योजनाओं के कार्य प्रभावित हो रहे हैं सूत्रों की मानें तो अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित अन्य जनपद सदस्यों में एकजुटता नहीं हो पा रही है वही ग्राम पंचायतों के सचिवों में भी एकजुटता नहीं दिखाई दे रही है।