मंदबुद्धि हो गई है छत्तीसगढ़ की सरकार- डॉ मनीष राय.. अपने ही स्वास्थ्य मंत्री की चिंता को नहीं समझ पा रहे मुख्यमंत्री..

कोरोना वैश्विक महामारी से पूरा विश्व परेशान चल रहा है.. वहीं भारत में भी कोरोना ने अपने पैर जमा लिए है.. भारत उन चुनिंदा देशों में से एक है जहां लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है.. छत्तीसगढ़ जैसे राज्य जो कि एक समय कोरोना मुक्ति की कगार पर था लेकिन आज 16 हजार से अधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं.. पिछले कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर समेत मुख्य जिलों में लॉकडाउन का दौर चल रहा था.. जिसकी वजह से मरीजों की मिलने की संख्या में कमी आई थी.. लेकिन 7 अगस्त को लॉकडाउन खत्म होते ही कोरोना ने फिर अपना कहर मचाना शुरू किया.. और बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव मरीज निकल कर सामने आए इस वजह से जिले समेत प्रदेश भर में कयास लगाए जा रहे थे कि एक बार फिर लॉकडाउन का दौर शुरू हो सकता है लेकिन इसी बीच सरकार का एक बड़ा फैसला लोगों के होश उड़ाता नजर आ रहा है..


राजधानी रायपुर में दिन और समय के आधार पर अलग-अलग प्रकार के व्यवसायिक संस्थानों और दुकानों को खोला जा रहा है, ताकि बाजार में भीड़-भाड़ को नियंत्रित किया जा सके.. इन सब के बीच राज्य के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने एक महत्वपूर्ण घोषणा आज की है.. इस संबंध में आयोजित की गई मंत्री मंडल की उच्च स्तरीय बैठक के बाद उन्होंने कहा कि.. अब प्रदेश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा.. बाजारों को भी पूरे समय तक खोलने पर विचार किया जा रहा है.. इसी को लेकर बिलासपुर के भाजपा नेता डॉ. मनीष राय ने सरकार के इस निर्णय पर सवालिया निशान उठाए है.. डॉ मनीष राय ने कहा है कि.. सरकार की बुद्धि मंद हो गई है.. ए ओर जहां स्वास्थ्य मंत्री कोरोना को लेकर छत्तीसगढ़ में चिंता व्यक्त कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस प्रकार के निर्णय से उन्होंने जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है साथ ही साथ मनीष राय ने कहा कि.. सरकार की संवेदनहीन जनता को साफ नजर आने लगी है लगातार आमजन और शासकीय कर्मचारी और अधिकारियों के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद जहां एक ओर नियमों की कड़ाई से और लॉकडाउन को पूरी तरह लगाना चाहिए तो सरकार द्वारा और बाजारों को खोलने और लॉकडाउन को ना लगाने से कोरोना को आमंत्रण दे दिया है..

Related Articles

Back to top button