ग्रामीण पत्रकार पर थाना प्रभारी द्वारा झूठा एफआईआर दर्ज मामले को लेकर लखनऊ के पत्रकारों ने की निंदा, निष्पक्ष जांच कराकर दोषमुक्त करने की छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री से मांग

कोरबा/पसान-ग्रामीण पत्रकार पर थाना प्रभारी द्वारा दुर्भावनापूर्ण झूठा आरोप के तहत अपराध दर्ज किए जाने को लेकर जनमत टुडे न्यूज़ एवं भारतीय मीडिया दस्तक न्यूज़ लखनऊ के समस्त पत्रकारों द्वारा बीते दिनों एक बैठक आहूत कर द्वेषपूर्ण कार्यवाही करने वाले पसान थाना प्रभारी की कार्यशैली को लेकर निंदा की गई। बैठक में बीएमडी न्यूज़ के डायरेक्टर विनय कुमार शर्मा एवं मोहम्मद अनवर खान एडिटर इन चीफ ने कहा कि अगर पीड़ित पत्रकार को न्याय नहीं मिला तो सभी पत्रकार व विभिन्न पत्रकार संगठन मिलकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आरोपी बनाए गए पत्रकार को दोषमुक्त करने की मांग की है।

बता दें कि कोरबा जिला प्रशासन द्वारा जिले भर में रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद जिले के दूरस्थ एवं सरहदी क्षेत्र पसान थानांतर्गत ग्राम पंचायत बैरा के बम्हनी नदी से प्रतिबंध अवधि के बाद भी रेत चोरों द्वारा अवैध तरीके से खनन एवं परिवहन कार्य बेखौफ कराया जा रहा था। जिसकी सूचना स्थानीय पसान निवासी पत्रकार रितेश गुप्ता द्वारा पसान थाना प्रभारी को दी गई थी, किंतु उन्होंने मामले में कोई कार्यवाही नही की। तब रेत खनन की गतिविधि बेरोकटोक जारी रहने को लेकर उक्त पत्रकार ने अपने खबरों के माध्यम से थाना प्रभारी की कार्यशैली को उजागर करते हुए प्रमुखता के साथ खबरें प्रकाशित किया। जिसमें रेत चोर के साथ ग्राम सरपंच, पसान पुलिस व खनिज विभाग की मिलीभगत को दर्शाया गया था। तब खबरों को लेकर द्वेष भावना के तहत थाना प्रभारी द्वारा सुनियोजित तरीके से बैरा सरपंच पति की ओर से शिकायत पर बिना किसी विवेचना के सीधे तौर पर भयादोहन के साथ अन्य धाराओं में रेत चोरी की खबरें प्रकाशित करने वाले पत्रकार पर अपराध दर्ज कर लिया गया। ग्रामीण पत्रकार के विरुद्ध दुर्भावनापूर्ण एफआईआर दर्ज किए जाने को लेकर सदभाव पत्रकार संघ छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष व पदाधिकारियों सहित संघ के कोरबा व बिलासपुर जिले अंतर्गत विभिन्न क्षेत्र के पत्रकारों द्वारा मिलकर जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल व पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज रतनलाल डांगी से दर्ज एफआईआर में सही एवं निष्पक्ष जांच कार्रवाई की मांग की जा चुकी है। वही भाजपा झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ के प्रदेश कार्यक्रम योजना प्रभारी राजेश यादव द्वारा भी पत्रकार पर झूठी रिपोर्ट दर्ज करने की निंदा के साथ निष्पक्ष जांच की मांग प्रदेश के गृहमंत्री से की गई है। तथा अब पीड़ित पत्रकार को लखनऊ के पत्रकारों का भी साथ मिला है। जहां भयादोहन की सोची- समझी झूठी अपराध दर्ज किए जाने को लेकर लखनऊ के जनमत टुडे न्यूज़ एवं बीएमडी न्यूज़ के पत्रकारों ने बैठक रख इसकी निंदा की है, साथ ही अपने राज्य के पत्रकारों की सुरक्षा एवं सम्मान को लेकर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने हेतु प्रयासरत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मांग किया गया है कि पीड़ित पत्रकार पर झूठे तरीके से अपराध दर्ज करने वाले प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ मामले की निष्पक्ष जांच कराकर आरोपी बनाए गए पत्रकार को दोषमुक्त करें। अन्यथा सभी पत्रकार एवं पत्रकार संघ एकजुट होकर आंदोलन के लिए बाध्य रहेंगे। बैठक में लखनऊ के वरिष्ठ एवं अधिमान्यता पत्रकार धीरेंद्र सिंह, मोहन सिंह, धर्मेंद्र, अनूप सिंह, पंकज श्रीवास्तव, संतोष यादव, कर्मी कुमार शर्मा, अटल तिवारी, रामनारायण शुक्ला, अमरनाथ चौबे, रामकरण, सौरभ कुमार शुक्ला, सुमित श्रीवास्तव, संतोष कुमार, श्रीवास्तव, कमल श्रीवास्तव, महेंद्र प्रताप सिंह, सूरज सिंह, दीपू यादव, जितेंद्र सिंह, कौशल कुमार सिंह, चांदनी सिंह, जोया खान, अंजली राय, विक्रम सिंह, आकाश सिंह सहित अन्य आदि पत्रकार उपस्थित रहे।

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