पटवारी द्वारा पैसे लेकर पर्ची नहीं बनाने से परेशान किसान ने की आत्महत्या
पटवारी द्वारा पैसे लेने के बावजूद पर्ची बनाकर नहीं देने और समय पर जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने पर कृषक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.. कृषक ने सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार पटवारी को बताया है।
पूरा मामला तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम राजाकाँपा का है।सुसाइड नोट के अनुसार मृतक किसान छोटू राम केवट ने जमीन बिक्री के लिए पर्ची बनवाने के लिए पटवारी के पिछले 6 माह से चक्कर काट रहा था इसके लिए पटवारी पर्ची बनाने के लिए छोटू से 5 हाजर की मांग की थी ,पैसे दिए जाने के बाद भी उसका काम नही कर रहा था,जिससे मार्च क्लोजिंग के समय इसे रजिस्ट्री करवाना था पर रजिस्ट्री नहीं कर पाया और तंग आकर उसने सुबह फांसी लगा कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली…घटना शुक्रवार सुबह की है जब कृषक छोटू घर से निकल कर अपने गले में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी थोड़ी देर बाद जब उसकी पत्नी सुबह चाय लेकर आइ तो देखी कि उसके पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली उसने अपने सामान रखने वाले के बेग में एक सुसाइड नोट लिखा था।
जिसमें लिखा है कि वह पटवारी से तंग आ गया था और 5000 लेने के बावजूद उसका काम नहीं कर रहा था। घटना की जानकारी लगते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और तत्काल कलेक्टर सारांश मित्तर के निर्देश पर एसडीएम ने पटवारी उत्तम प्रधान को सस्पेंड कर दिया है। मामले में तखतपुर पुलिस ने पटवारी को हिरासत में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। तो वही महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व बीजेपी नेता हर्षिता पांडे ने किसान की मौत का जिम्मेदार राज्य सरकार को बताया है।और पूरे मामले की न्यायिक जांच करने के साथ-साथ पीड़ित परिवार को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की है।।