
लोफ़ंदी गांव में चल रहे अवैद्य शराब के कारोबार और शराबखोरी…… ग्रामीणों की हो रही मौत पर आखिर कौन है जिम्मेदार……?
बिलासपुर–एक तरफ पूरे प्रदेश में त्रिस्तरीय निकाय चुनाव होना वाला है।इस चुनाव को लेकर प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ तत्काल चुनाव कराने में जुटी हुई है।इस चुनाव को देखते हुए जहां पर जिले के पुलिस कप्तान रजनेश सिंह कानून व्यवस्था को बनाए रखने और शांति पूर्ण ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए लगातार अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को लगातार दिशा निर्देश देकर अवैध शराब कारोबारी और शराब, आदतन अपराधियों की धरपकड़,आर्म्स एक्ट जैसी मुहिम चलाकर कर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर सलाखों के पीछे डालने का काम किया गया।वही जिले के शहरी और ग्रामीण थानों ने लगभग हर थाने में अवैध शराब का जखीरा बरामद कर आरोपियों को हिरासत में लिया गया।
लेकिन शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में आने वाले कोनी थाना की हम बात करे तो यह थाना अपने क्षेत्र में कार्रवाई करने में काफी नाकाम साबित हुआ है।जबकि यह वही थाना क्षेत्र है जहां इसके अंतर्गत आने वाला लोफ़ंदी गांव में जहां पर आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गई।
कानून व्यवस्था का दंभ भरने वाले कोनी थाना पुलिस और प्रभारी अधिकारी के प्रभार में चल रहे आबकारी अमला के होते हुए भी यह बात निकल कर सामने आई कि जहां पर बड़े पैमाने में अवैध शराब का कारोबार संचालित हो रहा था।जिसको बंद कराने और इनके कारोबार पर नकेल कसने में नाकाम साबित हुए।इनकी इस नाकामी का खामियाजा यहां के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।यदि समय रहते यह दोनों विभाग अपनी जवाबदेही तय करते तो अवैध शराब कारोबार को संचालित नहीं होने देते।समय रहते यह कार्रवाई कर देते तो यह मंजर देखने को नहीं मिलता।कार्रवाई भी कैसे करते पूरा का पूरा थाना तो अवैध रेत उत्खनन और परिवहन से होने वाली काली कमाई की तरफ अपना ध्यान दे रहा है।इस थाना क्षेत्र में रेत से अच्छी खासी मोटी कमाई का मुख्य स्तोत्र बना हुआ है।
नतीजा यह आया कि अचानक ग्रामीणों की तबियत बिगड़ी और गांव में मौत का तांडव और एक के बाद एक अब तक नौ जाने चली गई।मौत के इस भयानक मंजर के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ।इस दुखद घटना के सामने आने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आकर तत्काल स्वास्थ सुविधाएं को प्रभाव में लाकर ग्रामीणों का स्वास्थ परीक्षण के लिए अलग अलग टीम के साथ कैंप लगाया गया।वही उपचार के लिए भर्ती ग्रामीणों के इलाज पर पूरी नजर बनाकर इनका उपचार कराया जा रहा है।गांव में हुई मौत के पीछे मृतकों का परिजनों ने बताया कि महुवा शराब के सेवन से यहां पर खुलेआम इसका कारोबार चलने के कारण यह दुखद घटना हुई।