कल से होगा नवरात्र प्रारंभ, लेकिन महामाया मंदिर में नहीं कर पाएंगे भक्त मां के दर्शन.. महामाया ट्रस्ट द्वारा इस बार 21000 ज्योति कलश किए जा रहे प्रज्वलित..
महामाया की धार्मिक नगरी रतनपुर में कल से नवरात्रि पर्व शुरू हो रहा है.. जिसकी तैयारी महामाया ट्रस्ट द्वारा पूर्ण कर ली गई है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते लाखों की संख्या में श्रद्धालु जो रतनपुर पहुंचकर मां महामाया देवी की दर्शन पूजा अर्चना करते थे.. वह इस बार नहीं कर पाएंगे इस बार महामाया मंदिर में 21000 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जा रहे हैं..जिसमें 15000 पिछले बार रसीद कटा था और छह हजार इस बार मनोकामना ज्योति कलश के रसीद कटे हैं 21000 ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जा रहे हैं.. ज्योति कलश के दर्शन के लिए एक व्हाट्सएप नंबर ट्रस्ट द्वारा जारी किया जाएगा उस व्हाट्सएप के जरिए अपने ज्योति कलश के दर्शन करना चाहते हैं’ कर सकेंगे.. इस बार सोशल मीडिया के माध्यम से महामाया मंदिर ट्रस्ट के द्वारा दर्शन कराया जा रहा है.. वही भूले भटके रतनपुर माता के दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इस बार एलईडी के माध्यम से दर्शन कराया जाएगा.. इस दौरान जिसने भी ज्योति कलश जलवाया है वह भी इस बार सोशल मीडिया और एलईडी के माध्यम से अपनी ज्योत का दर्शन करेंगे कल से 28 अक्टूबर तक मां महामाया मंदिर के गेट बंद रहेंगे.. जहां पर सिर्फ महामाया मंदिर के पुजारी इस बार पूजा अर्चना करेंगे जबकि ट्रस्ट के कार्यकर्ता पदाधिकारी सहयोगी भी रहेंगे वही डेढ़ सौ ज्योति रक्षक ज्योति कलशो की देखरेख करेंगे.. वही एक दानदाता के द्वारा डेढ़ किलो चांदी का मुकुट इस नवरात्र पर्व के लिए मां महामाया देवी को चढ़ाया गया है जिससे शनिवार को श्रृंगार होगा.. रतनपुर मां महामाया मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष और नवरात्र पर्व पूजा प्रभारी सतीश शर्मा के द्वारा बताया गया कि.. आज अमावस्या है माता की पूजा अर्चना हवन के साथ दुर्गा सप्तशती आरती भोग संपन्न हुआ जिसके पश्चात कन्या भोज ब्राह्मण भोज के पश्चात मंदिर की साफ कराई गई वहीं कल से शुरू हो रही नवरात्र पर्व की तैयारी पूर्ण कर लिया गया है..
सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी मंदिर को नवरात्र पर्व पर के एक दिन पहले ही दर्शनार्थियों के लिए गेट को बंद कर दिया गया है.. जिसके चलते दर्शनार्थी इस बार गेट तक पहुंच कर वापस हो रहे हैं..