उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर, शिक्षकों के 20,000 से अधिक पदों पर होगी भर्ती, जाने पूरी डिटेल
मध्यप्रदेश में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया तेजी से जारी है वर्ग 1, 2, 3 के करीब 29000 शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। साथ ही अगले 2 साल 2023-25 में 20,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी। 1 साल में सीधी भर्ती के तहत 15000 से अधिक पदों पर शिक्षकों द्वारा भर्ती किया जाना है। विभाग में 19163 पद खाली है। जिसमें वित्त विभाग की अनुमति के साथ 15129 पद स्वीकृत किए जा चुके हैं।
दरअसल 2023 में 7000 से ज्यादा प्राथमिक शिक्षक सेवानिवृत हो रहे हैं। 800 से अधिक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक भी रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में इन रिक्त पदों को शिक्षा विभाग द्वारा भरने की तैयारी कर ली गई है। 2023 में एमपी टेट परीक्षा के जरिए 15000 से अधिक पदों को भरने की स्वीकृति वित्त विभाग द्वारा दी जा चुकी है।
रिक्त पदों को भरने वित्त विभाग की स्वीकृति
रिक्त पदों में उच्च माध्यमिक के 7468 पद रिक्त हैं। जिनमें से 2750 पदों को स्वीकृत किया गया है। इसके अलावा माध्यमिक के 5098 में से 5000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी। 2023- 24 में प्राथमिक शिक्षकों के 7457 रिक्त पद में से 7429 पदों को हरा जाना है।
15 अगस्त 2022 के बाद जारी विज्ञापन
15 अगस्त 2022 के बाद के जारी विज्ञापन की बात करें तो उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 2750 जबकि जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 1325 कुल 4075 पदों के लिए 29 सितंबर 2022 को विज्ञापन जारी किया जा चुका है।
इसके अलावा माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 5000 और जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 1539 कुल 6539 पदों पर 29 सितंबर 2022 को विज्ञापन जारी हुए है।
प्राथमिक शिक्षकों के भर्ती प्रक्रिया में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 9429 जबकि जनजातीय कार्य विभाग द्वारा 11058 पदों के साथ कुल 18527 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जा रही है। इसके लिए 19 अक्टूबर 2022 को विज्ञापन जारी किया गया था।
करीब 60000 पद रिक्त
इससे पहले MPTET 2018 के सफल उम्मीदवारों के जरिए रिक्त पदों की प्रतिपूर्ति की जा रही है। 2018 में एमपी टेट वर्ग 1 और 2 परीक्षा आयोजित की गई थी। अगस्त और अक्टूबर 2019 में रिजल्ट घोषित किए गए थे। 40000 शिक्षकों की भर्ती के बीच 30000 पद स्वीकृत किए गए थे। अब 20000 पदों पर भर्ती होने के बाद भी करीब 60000 पद रिक्त हैं।